फरीदाबाद। (सुधीर शर्मा) दिल्ली से सटे फरीदाबाद से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पर बैंक कर्मचारियों ने बैंक का लोन ना चुकाने की ऐवज में मकान मालिक के घायल बेटे को ही मकान में सील कर दिया। घटना फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी की है।
मकान सील करने आए बैंक कर्मियों ने मकान मालिक के बेटे को भी कर दिया 'सील'
मकान मालिक के बेटे ने बताया कि उसे बैंक वाले उस समय सील कर गए जब वह मकान की दूसरी मंजिल पर सो रहा था और उसकी मां बच्चों को लेने स्कूल गई थी। जब उन्होंने इस बारे में बैंक कर्मचारियों को फोन कर इसकी सूचना दी कि वह मकान के अंदर उसे सील कर चले गए तो उन्होंने कुछ देर में आने का आश्वासन दिया लेकिन वह 24 घंटे बीत जाने तक सील खोलने नहीं पहुंचे।
मकान सील करने आए बैंक कर्मियों ने मकान मालिक के बेटे को भी कर दिया 'सील'
फिर मकान के अंदर बंद नरेश ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन पुलिस बिना कोई कार्रवाई किए वापस लौट गई।
नरेश और उसके पिता ने बताया कि यह मकान उनके दादा देवी राम के नाम है और इसपर उनके पिता के दोस्त अशोक ने लोन दिलाने के बहाने उनके पिता से रजिस्ट्री लेकर कागज पर साइन करा लिए लेकिन उन्हें लोन नहीं मिला और बाद में पता चला कि मकान की अशोक की मां अशर्फी देवी के नाम रजिस्ट्री हो गई है, अब उन्हें नहीं पता कि रजिस्ट्री उनके नाम कैसे हुई और लोन उन्होंने कैसे दे दिया।
24 घंटे से बंद मकान मालिक के बेटे को सील किए जाने के मामले में जब मीडिया ने हस्तक्षेप किया तब जाकर बैंक हरकत में आया। जिसके बाद आनन-फानन में मकान की सील को खोलकर मकान मालिक के घायल बेटे को बाहर निकाला गया।
मकान सील करने आए बैंक कर्मियों ने मकान मालिक के बेटे को भी कर दिया 'सील'
नरेश और उसके पिता का आरोप है कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने कोई लोन नहीं लिया फिर भी बैंक वाले उन्हें परेशान कर रहे हैं और इससे पहले भी उनके कुछ कमरों को सील कर गए थे। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मकान सील करने आए बैंक कर्मियों ने मकान मालिक के बेटे को भी कर दिया 'सील'
वहीं मकान का सील खोलने आये बैंक कर्मी ने बैंक की गलती तो मानी लेकिन कहा कि लोन लिया है तो चुकाना तो पड़ेगा इसके लिए वह अब बैंक में आकर मिले।
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