Sonali Phogat murder case: सोनाली फोगाट केस में सीबीआई की टीम ने एक बार फिर हिसार दस्तक दी है। दरअसल, सोनाली के परिवार को एक गुमनाम चिट्ठी मिली है, जिसमें कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसके बाद इसी गुमनाम चिट्ठी को लेने के लिए सीबीआई की टीम सोनाली के हिसार स्थित घर पर पहुंची है।
सीबीआई ने सोनाली के परिवार से वो गुमनाम चिट्ठी ली है, जिसमें कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वहीं सोनाली केस की जांच के लिए शाम को सीबीआई की टीम सोनाली के फार्म हाउस भी गई, जहां करीब डेढ़ घंटे तक सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम ने सोनाली के भाई रिंकू ढाका, वतन ढाका, उनकी मां संतोष, बहन और बेटी यशोधरा से बातचीत की।
सबसे पहले टीम के सदस्यों ने सोनाली के भाई रिंकू और वतन के बयान दर्ज किए। इसके बाद उनकी मां से बातचीत की और गोवा से सोनाली से फोन पर हुई बातचीत के बारे में जानकारी ली। टीम के सदस्यों ने सोनाली की बेटी यशोधरा से पूछा कि आखिरी बार सोनाली से कब बात हुई थी और क्या बात हुई थी। इसके अलावा टीम के सदस्यों ने सोनाली की हत्या के मामले में किस-किस पर शक है इस बारे में भी पूछताछ की।
बीजेपी नेता सोनाली फोगाट मर्डर मामले में परिवार को गुमनाम चिट्ठियां मिलने के बाद से हड़कंप मच हुआ है। इन चिट्ठियों में सोनाली के मर्डर को राजनीतिक साजिश बताया गया है और इसके पीछे बड़े नेताओं का हाथ होने का जिक्र किया गया है। गुमनाम चिट्ठी में सोनाली फोगाट के मर्डर के पीछे हिसार, फतेहाबाद और टोहाना के बड़े नेताओं के नाम लिखे गए हैं। सभी नेता सत्तापक्ष के हैं।
चिट्ठी में दावा किया गया है कि PA सुधीर सांगवान सिर्फ मोहरा है। उसे सोनाली के मर्डर के लिए 10 करोड़ दिए गए थे। सोनाली फोगाट से कुछ नेता डरे हुए थे। उन्हें अपना करियर खत्म होने का डर सता रहा था, इसलिए उनकी हत्या की साजिश हरियाणा के नेताओं ने रची थी।