दिल्ली में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या के बीच अब दिल्ली के सभी प्राइवेट दफ्तर पूरी तरह बंद करने का आदेश आया है। दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) के इस आदेश के बाद सभी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम (WFH) करेंगे। अभी तक प्राइवेट दफ़्तर 50% क्षमता के साथ चल रहे थे, जबकि 50 फीसदी स्टाफ ऑफिस जाता था।
डीडीएमए की तरफ से मंगलवार की जारी नई गाइडलाइन में कहा गया है कि जरूरी सेवाओं से जुड़े दफ्तरों को छोड़कर सभी प्राइवेट ऑफिस बंद किए जाएंगे। इसके साथ ही, सभी रेस्टोरेंट्स और बार बंद रहेंगे, सिर्फ टेक-अवे और होम डिलीवरी की सुविधा ही रहेगी।
अबतक रेस्टोरेंट और बार भी 50% क्षमता के साथ खुले हुए थे। दिल्ली में कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए पहले ही काफी सख्ती की गई है। इसमें नाइट कर्फ्यू के बाद वीकेंड कर्फ्यू भी लगाया गया था, लेकिन इसका असर अभी तक देखने को नहीं मिला था। इसके बाद DDMA ने ये फैसला लिया है।
दिल्ली में बीते सोमवार को कोविड संक्रमितों के 19,166 नए दर्ज किए गए। राजधानी में कोविड के कुल 65,806 एक्टिव मरीज हैं। इन अंडरट्रीटमेंट लोगों में से 44,028 लोग होम आइसोलेशन में अपना इलाज करवा रहे हैं, जबकि 1912 अस्पताल में भर्ती हैं। दिल्ली में सोमवार को कोरोना संक्रमण की दर बढ़कर करीब 25 फीसदी तक पहुंच गई है।
दिल्ली की ही तरह महाराष्ट्र और वहां की राजधानी मुंबई की स्थिति चिंताजनक है। महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के 33,470 नए मामले सामने आए और 8 लोगों की मौत हुई। इसमें से 13,648 मामले सिर्फ मुंबई में मिले थे।