दिल्ली-एनसीआर में खतरनाक हुआ प्रदूषण, नोएडा में रेड सिग्नल के भी पार पहुंच गया AQI

By  Vinod Kumar December 2nd 2021 03:40 PM

नेशनल डेस्क: दिल्ली में प्रदूषण की चर्चा हमेशा होती है, लेकिन इन दिनों दिल्ली-एनसीआर दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR Air Pollution) में वायु प्रदूषण बहुत ही खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। एनसीआर में तो कई रिकॉर्ड टूट गए हैं। सरकार द्वारा कई कदम उठाने के बाद भी प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गुरुवार को और ज्यादा खराब स्थिति में पहुंच गया है। दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में एक्यूआई 600 के पार पहुंच गया है। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण (Pollution) की वजह से स्थिति गंभीर बनी हुई है। इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ के साथ-साथ आंखों में जलन की समस्या भी हो रही है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंट वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार नोएडा (Noida) में पीएम 10 का एयर क्वालिटी इंडेक्स सुबह 604 दर्ज किया गया है, जबकि गुरुग्राम (Gurugram) में पीएम 2.5 204 दर्ज किया गया। वहीं, गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक्यूआई 336 तो दिल्ली में 382 दर्ज किया गया है। बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 और 100 ‘संतोषजनक’, 101 और 200 ‘मध्यम’, 201 और 300 ‘खराब’, 301 और 400 ‘बहुत’ खराब’, और 401 और 500 ‘गंभीर’ माना जाता है। दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के आसपास से ही हवा काफी खराब हो गई है। सुप्रीम कोर्ट में लंबे समय से सुनवाई चल रही है, इस दौरान कोर्ट केंद्र और दिल्ली सरकार को फटकार भी लगा चुका है। गुरुवार को फिर से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा कि प्रदूषण के बीच स्कूल क्यों खुले हुए हैं। सीजेआई एनवी रमन्ना ने कहा कि दिल्ली सरकार कह रही हैं कि आपने वर्क फ्रॉम होम लागू किया, स्कूल बंद किए, लेकिन ये सब दिख ही नहीं रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप रोज हलफनामा पेश कर हैं, रिपोर्ट, कमेटी रिपोर्ट सब दे रहे हैं, लेकिन ग्राउंड पर क्या हो रहा है। बेंच ने पूछा कि आपने टास्क फोर्स बनाई थी, उसका क्या हुआ। उसमें दिल्ली सरकार के कितने आदमी हैं और केंद्र के कितने? वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा मैं बहुत जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि प्रदूषण पूरे दिल्ली-एनसीआर में है और दिल्ली सरकार ने जो कदम उठाए हैं वैसे कदम किसी सरकार ने नहीं उठाए हैं। ऐसे और कदम उठाने की जरूरत है क्योंकि प्रदूषण में सुधार नहीं हो रहा है, ऐसे में अब एक्सपर्ट और वैज्ञानिकों से बात करके हम आगे की रणनीति तैयार करेंगे।

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