जीरकपुर में गैंगस्टर और पुलिस के बीच मुठभेड़ में पुलिस कर्मी घायल, भुप्पी राणा के तीन गुर्गे गिरफ्तार

By  Vinod Kumar July 18th 2022 12:03 PM -- Updated: July 18th 2022 12:05 PM

पंचकूला/उमंग: पंजाब की एंटी गैंगस्टर फोर्स ने रविवार रात को जीरकपुर क्षेत्र के बलटाना में होटल मालिक से रंगदारी मांगने आए गैंगस्टर भुप्पी राणा के 3 गुर्गों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।

दोनों तरफ से हुई फायरिंग में एक गैंगस्टर और एक सब इंस्पेक्टर घायल हुआ, जो खतरे से बाहर हैं। आरोपियों के पास से दो देसी पिस्टल, 10 कारतूस और दो खोल बरामद किए हैं। तीनों गैंगस्टरों की पहचान पंचकूला स्थित बरवाला के सुल्तानपुर गांव निवासी रणबीर, विशाल और आशीष के रूप में हुई है। देर रात हुई मुठभेड़ से इलाके में दहशत भी बनी रही।

DIG रोपड़ गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया, भुप्पी राणा के गुर्गे अंकित राणा ने बलटाना स्थित होटल रिलेक्स इन के मालिक से लाखों रुपये की रंगदारी मांगी थी। मांगी गई रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। गैंगस्टरों से परेशान होटल मालिक ने 11 जुलाई को जीरकपुर थाने में इसकी शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लिया और होटल मालिक के साथ मिलकर गैंगस्टरों को रविवार को पैसे देने के लिए बुलाया।

अंकित राणा ने पंचकूला के सेक्टर 3 स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम से रणबीर, विशाल और आशीष को बलटाना भेजा। होटल के अंदर और बाहर सादी वर्दी में पुलिस भी तैनात थी। जैसे ही गैंगस्टर अंदर दाखिल हुए तो पुलिस भी पहुंच गई। सवाल जवाब करने के दौरान रणबीर ने पिस्टल से फायर किया, जो सीधे दीवार में जा लगा। फिर पिस्टल का बट सब-इंस्पेक्टर राहुल कुमार के सिर में मारा, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया।

रणबीर ने दूसरा फायर किया। गोली पुलिसकर्मी को लगी, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट की वजह से गोली का असर नहीं हुआ। जवाब में पुलिस ने फायरिंग की तो रणबीर के पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने तीनों गैंगस्टर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पहले ही होटल को चारों ओर से घेर लिया था, ताकि गैंगस्टर भाग न सकें।

गैंगस्टर भूपिंद्र राणा उर्फ भुप्पी राणा पर हरियाणा और पंजाब में 30 से ज्यादा केस दर्ज हैं। भुप्पी राणा इस समय में जेल में है। भुप्पी राणा गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच वर्चस्व को लेकर जंग चलती आ रही है। जेल के अंदर भी कई बार इस गैंग के गुर्गों के बीच लड़ाई हो चुकी है। सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद राणा गैंग ने बदला लेने की बात कही थी।

SSP विवेकशील सोनी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मौके से बरामद पिस्टल व कारतूस को अपने कब्जे में ले लिया। ऑपरेशन का नेतृत्व DSP विक्रम बराड़ ने किया, जो साधारण कपड़ों में गैंगस्टरों की हर हरकत पर नजर बनाए थे।

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