कुरुक्षेत्र/पंचकूला। प्रदेश में किसान आंदोलन अब परवान चढ़ने लगा है। किसानों ने प्रदेशभर में चक्का जाम कर दिया है। दुकानों को बंद कराया जा रहा और सड़क चौराहों पर चक्का जाम कर दिया गया है।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी पंचकूला पहुंचे। चढूनी पंचकूला के पिंजौर में किसानों के धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान किसानों को भी संबोधित किया और केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए बिलों को रद्द करने की मांग की।
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि देश का सारा व्यापार चंद पूंजीपतियों के हाथ में जा रहा है। चंद पूंजीपतियों का ही देश को गुलाम होकर रहना पड़ेगा। पूरा देश का माल यही चंद लोग खरीदेंगे और पूरा देश इन्हीं से खरीदकर खाएगा। साथ ही सरकार MSP से बाहर हो रही है।
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वहीं उन्होंने कहा कि इस कानून से मंडियों में काम करने वाले आढ़ती व छोटे व्यापारी सहित सभी लोग तबाह हो जाएंगे।2006 में बिहार में मंडी एक्ट बनाया गया था वहां भी किसान तरक्की नहीं कर पाए। MSP खत्म करने का ढांचा उन्होंने खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी ने उनका शोषण किया है तो कांग्रेसी भी पीछे नहीं है। बस फर्क इतना है कि बीजेपी की स्पीड चार गुना ज्यादा है।
किसान नेता ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या कर जबरदस्ती कानून बनाया जा रहा है। मजदूर से लेकर व्यापारी इनके खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज होगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार को चेतावनी दी है कि "या तो सरकार अपना फैसला वापस ले या किसानों को गोली मार दे।"
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उधर कुरुक्षेत्र में भी अन्नदाता सड़कों पर उतर चुका है। कुरुक्षेत्र कैथल यमुनानगर को जाने वाले मार्ग को किसानों ने जाम कर दिया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी मात्रा में पुलिस बल भी मौके पर तैनात है। प्रदर्शनकारी किसानों ने काले झंडे लहराकर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बता दें कि आज पूरे हरियाणा और पंजाब में किसानों ने रेलवे नेटवर्क के साथ-साथ सड़कों पर जाम का ऐलान किया हुआ है। इसी के तहत आज किसान सड़कों पर बैठ गए हैं। 4:00 बजे तक हरियाणा और पंजाब में जाम रहेगा। किसानों को शिरोमणी अकाली दल और आम आदमी पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी का भी समर्थन मिला हुआ है।