ईरान और अमेरिका की तनातनी के बीच भारत की चावल इंडस्ट्री खतरे में

By  Arvind Kumar January 8th 2020 01:42 PM

कुरुक्षेत्र। (अशोक यादव) ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी के चलते भारत की चावल इंडस्ट्री खतरे में पड़ गई है। भारत से 75 प्रतिशत बासमती चावल ईरान और उनके पड़ोसी देशों को निर्यात होता है। ऐसे में करीब 40 हजार करोड़ रुपये की भारत की चावल इंडस्ट्री खतरे में है। [caption id="attachment_377794" align="aligncenter" width="700"]India's rice industry in risk between Iran and America's tension ईरान और अमेरिका की तनातनी के बीच भारत की चावल इंडस्ट्री खतरे में[/caption] ईरान, इराक, सऊदी अरब, दुबई, सीरिया और यमन जैसे देश भारतीय बासमती चावल के बड़े खरीददार हैं लेकिन अमेरिका से ईरान के खराब संबंधों का सीधा खामियाजा भारत की चावल इंडस्ट्री को भुगतना पड़ रहा है। भारत के बासमती चावल की खाड़ी देशों में काफी मांग रहती है। ऐसे में इंडियन राइस इंडस्ट्री के हजारों करोड़ रुपए भी वहां अटके हुए हैं। [caption id="attachment_377795" align="aligncenter" width="700"]India's rice industry in risk between Iran and America's tension ईरान और अमेरिका की तनातनी के बीच भारत की चावल इंडस्ट्री खतरे में[/caption] हरियाणा राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष ज्वेल सिंगला ने कहा कि ईरान के साथ अमेरिका की तनातनी से भारत में हजारों लोगों के रोजगार पर तलवार लटक गई है। उन्होंने कहा कि अगर ईरान में जल्द ही माहौल ठीक नहीं होता तो इस इंडस्ट्री के लिए खुद को खड़े रख पाना काफी मुश्किल होगा। यह भी पढ़ेंफिर गहराया सीएम और गृह मंत्री के बीच का विवाद, विज ने कही ये बात ---PTC NEWS---

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