चंडीगढ़: 'स्वच्छ सर्वेक्षण-2021’ (cleanliness survey-2021) के विजेताओं का ऐलान हो गया है। मध्य प्रदेश के इंदौर ने लगातार 5वीं बार पहला स्थान झटका है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 (Swachh Survekshan) में दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत और तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश का विजयवाड़ा रहा।
विजेताओं को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने आज सम्मानित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय की पहल ‘सफाईमित्र सुरक्षा चैलेंज’ ( SafaiMitra Suraksha challenge) के तहत बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले शहरों को मान्यता देते हुए सफाई कर्मचारियों के योगदान को सराहा गया। सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में भी इंदौर अव्वल रहा। इसमें 12 करोड़ रुपए का पुरस्कार मिला। MP कई शहरों ने अच्छी रैंकिंग पाई है। मध्यप्रदेश को कुल 35 अवार्ड मिलेंगे।
दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण
सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में इंदौर, भोपाल और देवास ने राष्ट्रीय पुस्कारों की श्रेणी में अपना स्थान बनाया है। स्टार रेटिंग में इंदौर, भोपाल, उज्जैन, देवास, होशंगाबाद, ग्वालियर, सिंगरौली, मूंदी, बुरहानपुर, राजगढ़ और धार समेत 25 शहरों ने दावा किया था। इनमें कई शहर आगे रहे हैं। इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में 4320 शहरों-नगरों को शामिल किया गया था ये दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है।
शहरी विकास मंत्रालय ने ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2021’ के बारे में कहा कि जमीनी स्तर पर राज्यों एवं शहरों के प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है। छह राज्यों और छह केंद्रशासित प्रदेशों ने जमीनी स्तर पर अपने प्रदर्शन में पांच से 25 प्रतिशत तक सुधार किया है।
इस वजह से मिला पहला खिताब
इंदौर देश का पहला शहर जिसे वाटर प्लस का खिताब मिला।
शहर में पांच जीरो वेस्ट वार्ड बनाए। इनसे कचरा ट्रेंचिंग ग्राउंड भेजने के बजाए वार्ड में ही खत्म किया।
कचरा संग्रहण शुल्क वसूली के शतप्रतिशत लक्ष्य को पूरा किया।
छह तरह के कचरे को घरों से अलग किया जा रहा है।
एक साल में 350 से ज्यादा अयोजन हुए जिनमें करीब 12 लाख लोग प्रत्यक व अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हुए।
144 आदर्श यूरिनल तैयार किए।
सफाई मित्रों के प्रोत्साहन के लिए बेहतर काम करने वालों को प्रमाणपत्र व वाउचर दिए गए।
ड्रेनेज चेंबरों की सफाई के लिए रोबोटिक मशीन व अन्य संसाधनों को इस्तेमाल किया।