खोरी गांव में तोड़फोड़ का मामला, अपने टूटे मकानों को छोड़कर जाने के लिए तैयार नहीं लोग
फरीदाबाद। (सुधीर शर्मा) प्रशासन ने खोरी गांव को तोड़ने के बाद बेघर हुए हजारों परिवारों को राधा स्वामी आश्रम में ठहराने की व्यवस्था की है, जहां रहने और खाने की सुविधा दी जा रही है। साथ ही बेघर हुए लोगों को फ्लैट देने के लिये फॉर्म भी भरवाये जा रहे हैं।
प्रशासन द्वारा खोरी गांव में माईक पर अनाउंसमेंट करवाई जा रही है कि धूप में न रहे हैं। राधास्वामी आश्रम में आपके रहने और खाने की व्यवस्था कर दी गई है, मगर अभी भी कुछ लोग टूटे हुए मकानों को छोड़कर जाने के लिये तैयार नहीं हैं।
यह भी पढ़ें- लद्दाख में सभी को लग गई कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
यह भी पढ़ें- बेरोजगारी के मुद्दे पर सीएम खट्टर ने हुड्डा पर किया पलटवार
लोगों का कहना है कि 2 दिन का खाना तो प्रशासन आश्रम में खिला देगा उसके बाद वह अपने बच्चों को लेकर कहां धक्के खायेंगे। फ्लैट देने के लिये अभी तो सिर्फ फॉर्म भरे जा रहे हैं पता नहीं उन्हें रहने के आशियाने मिलेंगे भी या नहीं?
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि कोविड के चलते पहले से ही आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है, पर से सरकार ने छत भी छीन ली, अब उनके पास इतने पैसे भी नहीं है कि वो किराये पर मकान लेकर अपने बच्चों का पालन पोषण कर सके।