लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। लता मंगेशकर पिछले 28 दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। कोरोना संक्रमण और निमोनिया के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें फिर वेंटिलेटर पर रखा गया था। कुछ दिन पहले तबीयत में सुधार होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर से हटा कर आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद कल फिर उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आई थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
डॉक्टरों की एक टीम 24 घंटे की उनकी निगरानी के लिए तैनात थी। डॉक्टरों के भरपूर प्रयास के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। आज सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर उनका निधन हो गया।
उनके निधन के खबर सुनकर फैन्स में शोक की लहर दौड़ गई है। इसके साथ ही पूरा राष्ट्र भी इस समय शोक की लहर में डूबा हुआ है। सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। पीएम मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित ने टविट कर उनके निधन पर दुख जताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि मैं शब्दों की पीड़ा से परे हूं। लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। लता दीदी के जाने से देश में एक ऐसा खालीपन हुआ है, जिसे भरा नहीं जा सकता है। आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी कि लता मंगेशकर कितनी बड़ी कलाकार थीं, जिनकी आवाज़ में लोगों के मन को मोहने की ताकत थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी है और उनके साथ अपनी कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं। अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा कि सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है, उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ॐ शांति शांति।
मीडिया में लता मंगेशकर के निधन की खबर सुन फैंस और सेलेब्स शॉक्ड हैं। सभी सिंगर की आत्मा को शांति मिलने की दुआ कर रहे हैं। फैंस की आंखें नम हैं।आज हर भारतीय की आंखों में आंसू है। लता मंगेशकर की सुरीली आवाज उनके चाहनेवालों के कानों में गूंज रही है। अब ये आवाज हमेशा के लिए मौन हो गई है।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया। विराट कोहली ने लिखा है कि लता जी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ है। उनकी आवाज़ ने दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में लाखों लोगों के दिल को छुआ है। सभी संगीत और यादों के लिए शुक्रिया, मैं अपनी ओर से श्रद्धांजलि प्रकट करता हूं।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया। विराट कोहली ने लिखा है कि लता जी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ है। उनकी आवाज़ ने दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में लाखों लोगों के दिल को छुआ है। सभी संगीत और यादों के लिए शुक्रिया, मैं अपनी ओर से श्रद्धांजलि प्रकट करता हूं।
गौरतलब है कि लता मंगेशकर ने अपने करियर की शुरुआत 1942 में 13 साल की उम्र में की थी। जिस उम्र में बच्चे खेलते पढ़ते हैं तब लता मंगेशकर ने घर की जिम्मेदारी संभाली थी। अपने भाई-बहनों के बेहतर भविष्य के लिए कभी शादी नहीं की थी।
सात दशकों से अधिक के करियर में, उन्होंने कई भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं। उन्हें भारत रत्न, पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार और कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। जरा याद करो कुर्बानी आज भी उनका सुपरहिट गाना है। उनकी आवाज में गाए इस गाने को सुनकर आज भी हर कोई देशभक्ति के जज्बे से भर जाता है।
लता मंगेशकर का म्यूजिक इंडस्ट्री में योगदान अतुलनीय था। जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। लता मंगेशकर चाहे ये दुनिया छोड़कर चली गई हैं। लेकिन अपने सदाबहार गानों की विरासत फैंस के लिए छोड़ गई हैं। लता दीदी के इन गानों ने उन्हें इस दुनिया में अमर कर दिया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि