ईराक में भड़की हिंसा, अब तक 20 की मौत, राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा
Dharam Prakash
August 30th 2022 11:11 AM --
Updated:
August 30th 2022 11:18 AM
पश्चिमी एशिया के देश ईराक में भी अब हालात बिगड़ रहे हैं। पिछले करीब 9 महीनों से ईराक में न कोई सरकार है, न कोई मंत्रिमंडल है और न ही किसी तरह की व्यवस्था है। इस बीच वहीं के शिया धर्मगुरू और राजनीतिक नेता मुक्तदा अल सदर के राजनीति छोड़ने के ऐलान के चलते उनके समर्थक उग्र हो गए हैं। इन समर्थकों ने यहां सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया है और साथ ही प्रदर्शनकारी ईराक की राजधानी बगदाद में ग्रीन जोन में घुस गए। ग्रीन जोन वो इलाका है जहां पर तमाम बड़ी सियासी और राजनीतिक हस्तियों के कार्यालय और आवास हैं।
इससे निपटने के लिए ईराक की राजधानी बगदाद में सेना ने कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है और प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वो ग्रीन जोन से तुरंत निकल जाएं। वहीं शिया नेता मुक्तदा अल सदर ने अपने सियासी संन्यास के ऐलान की वजह के बारे में कुछ भी नहीं कहा है।
ईराक के सियासी हालात के बिगड़ने की वजह ये है:
दरअसल ईराक में पिछले साल अक्टूबर में चुनाव हुए थे जिसमें मुक्तदा अल सदर की पार्टी को सबसे ज्यादा 73 सीटें मिली थी। हालांकि ये बहुमत का आंकड़ा नहीं था लेकिन उनकी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी जरूर बन गई। इसके बाद मुक्तता ने सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया जिसके चलते ईराक में सरकार बन ही नहीं पाई। तब से ईराक में न कोई सरकार है औऱ न ही कोई कैबिनेट है।
मुक्तदा अल सदर के ईराक में भारी समर्थक हैं और मुक्तदा इससे पहले मौजूदा सरकार के खिलाफ सांप्रदायिक संघर्ष और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करते रहे हैं। इसी आंदोलन के चलते ईराक में उन्हें बड़ी संख्या में समर्थक हैं। अपने आंदोलन में सदर एक बार फिर से चुनाव कराने और मौजूदा संसद को भंग करने की मांग कर रहे थे लेकिन एकाएक उनके सियासी संन्यास के बाद उनके समर्थक भड़क गए।
बिगड़ते हालात के बीच झड़प में 20 लोगों की मौत, 19 घायल
मुक्तदा अल सदर के राजनीति छोड़ने के बाद उपजी हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत की खबर है. साथ ही इन झड़पों में 19 लोग घायल भी बताए जा रहे हैं। भीड़ ने यहां राष्ट्रपति भवन पर और तमाम सरकारी इमारतों पर भी कब्जा कर लिया है जिसके बाद अमेरिका ने अपने दूतावास के कर्मचारियों को ग्रीन जोन से बाहर निकाल लिया है। राष्ट्रपति भवन के स्वीमिंग पूल में प्रदर्शनकारियों के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं।