बिजली संकट: सुरजेवाला का केंद्र पर निशाना, कहा: पीएम मौन...बिजली-कोयला मंत्री गुम!

By  Vinod Kumar April 29th 2022 12:48 PM -- Updated: May 5th 2022 12:00 PM

power crisis in india: देश के कई राज्य इन दिनों भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट से जूझ रहे हैं। पंजाब, हरियाणा, यूपी समेत कई राज्यों में बिजली के लंबे कट लग रहे हैं। बिजली संकट के पीछे की वजह कोयले की कमी को बताया जा रहा है। खबरों के मुताबिक कई राज्यों में इन दिनों कोयले का स्टॉक बहुत कम रह गया है। इसी के चलते कईं पावर प्लांट में बिजली का उत्पादन घट गया है। बिजली संक्ट और कोयले की कमी को लेकर केंद्र सरकार विपक्ष के निशाने पर है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर बिजली की कमी को लेकर तंज कसा है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, 'आज 29 अप्रैल को 11 बजे तक देश में बिजली की मांग 12 हजार मेगावॉट है। सप्लाई 2,057 मेगावॉट है आज एनर्जी एक्सचेंज में बिजली खरीद की कीमत 12 रुपये प्रति यूनिट है। अगर केन्द्र सरकार आगे बढ़कर मदद नहीं करेगी तो राज्य मंहगी बिजली कैसे खरीदेंगे?'   रणदीप सुरजेवाला ने अपने एक और ट्वीट में लिखा है कि आग बरसाती गर्मी...12 घंटे की बिजली कट...पीएम मौन, बिजली-कोयला मंत्री गुम! उन्होंने ट्वीट में सरकार से जवाब मांगते हुए लिखा,' देश में 72,074 मेगावॉट क्षमता के प्लांट बंद क्यों? देश के 173 पावर प्लांट्स में से 106 प्लांट्स में कोयला 0%-25% के बीच ही क्यों? कोयले की मांग रोज़ 22 लाख टन, सप्लाई 16 लाख टन ही क्यों? [caption id="attachment_630788" align="alignnone" width="700"]randeep surjewala रणदीप सुरजेवालाल का ट्वीट।[/caption] कुल मिलाकर केंद्र सरकार बिजली और कोयला सकंट के साथ पावर प्लांट में कम हो रहे बिजली उत्पादन को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने भी दिल्ली में मेट्रो और हॉस्पिटल सहित महत्वपूर्ण संस्थानों में बिजली संकट को लेकर चेतावनी दी है। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्थिति का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक के बाद केंद्र सरकार को पत्र लिखकर दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है। [caption id="attachment_628362" align="alignnone" width="750"] फाइल फोटो।[/caption] इन प्लांटस से दिल्ली को होती बिजली की आपूर्ति दादरी, ऊंचाहार, कहलगांव, फरक्का और झज्जर पावर प्लांट से 1,751 मेगावाट बिजली हर दिन दिल्ली को भेजी जाती है। दिल्ली को ज्यादातर आपूर्ति (728 MW) दादरी -II पावर प्लांट से की जाती है। वहीं, ऊंचाहार से 100 MW बिजली का आपूर्ति होती है। नेशनल पावर पोर्टल की डेली कोल रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी पावर प्लांट्स पर कोयले की कमी है। [caption id="attachment_628361" align="alignnone" width="750"] फाइल फोटो।[/caption] वहीं, पंजाब में भी बिजली की मांग अब 9 हजार मेगावॉट तक पहुंच गई है। 5 थर्मल प्लांट्स के 4 यूनिट में खराबी के चलते संकट बढ़ गया है। डिमांड और सप्लाई में करीब 1200 मेगावाट का अंतर आ है। 4 सालों में यह ऐसा पहली बार हुआ है, जब इन दिनों में बिजली की मांग इतनी बढ़ गई है। हालांकि बिजली मंत्री ने कहा है कि 26 अप्रैल को तकनीकी खराबी की वजह से 800 मेगावॉट के तलवंडी और रोपड़ थर्मल प्लांट बंद हो गए थे। जिस वजह से राज्य में बिजली सप्लाई प्रभावित हुई। इसे जल्दी ठीक कर लिया जाएगा।

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