Russia Ukraine War: यूक्रेन रूस के बीच जंग शुरू हो चुके 72 घंटों से भी ज्यादा समय हो चुका है। रूस यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच गया है। सड़कों पर जंग छिड़ी हुई है। कीव के प्रशासन ने अपने नागरिकों के चेतावनी दी है कि वो अपने घरों से न निकलें। दुकानें, एटीएम, मॉल सब बंद हैं।
युद्ध की स्थिति में लोगों ने भूमिगत ठिकानों, मेट्रो स्टेशन और ट्रेनों में शरण ली है। यहां लोग खुद को सुरक्षित तो समझ सकते हैं, लेकिन ना पीने के लिए पानी है और ना ही खाने के लिए खाना। वहीं, यूक्रेन में रह रहे छात्र और नागरिक किसी तरह यूक्रेन के साथ लगते देशों में पहुंचकर यूक्रेन से निकलने की कोशिश कर रहे हैं। लोग भूखे प्यासे किसी तरह समय बिता रहे हैं, लेकिन कहते हैं ना जिसका कोई नहीं होता उसका रब्ब होता है।
यूक्रेन में युद्ध के हालात से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए एक सिख युवक ने हाथ आगे बढ़ाए हैं। एक सिख युवक ने ट्रेन में ही लंगर शुरू कर दिया। दरअसल यूक्रेन के पूर्व से पश्चिम की ओर (पोलिश सीमा तक) एक ट्रेन छात्रों को लेकर जा रही थी, ताकि इन छात्रों को यूक्रेन से निकाला जा सके। ट्रेन में लोग कई घंटों से भूखे थे। ऐसे में हरदीप सिंह नाम के सिख युवक ने इनकी मदद के लिए लंगर शुरू किया।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि लोग चलती हुई ट्रेन में कैसे खाना खा रहे हैं। ये वीडियो अब काफी वायरल हो रहा है, हर कोई इस शख्स की तारीफ कर रहा है। रविंद्र नाम के ट्विटर यूजर ने इसका एक वीडियो शेयर किया है। हरदीप सिंह ने संकट की इस घड़ी में दुनिया को ये बताया कि मानवता की सेवा से बड़ा ना कोई धर्म और ना ही कोई कर्म।
युद्ध के हालातों के बीच भले ही कुछ लोग राशन और खाने पीने की चीजों को अपने लिए स्टोर कर रहे हों, लोगों को डर है कि कहीं युद्ध की स्थिति लंबी चली तो दुश्मन की गोली से भले मौत हो ना हो, लेकिन भूख से जरूर होगी, लेकिन इन सब चिंताओं से दूर इस समय हरदीप लोगों की सेवा लंगर के जरिए कर रहे हैं। गुरू नानक ने कहा है कि भोजन शरीर को ज़िंदा रखने के लिए जरूरी है पर लोभ-लालच व संग्रहवृत्ति बुरी है। हरदीप सिंह ने एक सिख होने के नाते इस शिक्षा को याद रखा है। हरदीप सिंह की मुहिम की तरीफ दुनियाभर में हो रही है।