सिरसा। (सुरेंद्र सावंत) कालांवाली क्षेत्र के गांव पाना स्थित राजकीय विद्यालय देश भक्ति की मिसाल पेश कर रहा है। स्कूल में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ आर्मी जैसी ट्रेनिंग दी जाती है और उनकी ड्रेस भी सैनिकों वाली ही होती है।
राजकीय विद्यालय देश भक्ति की मिसाल पेश कर रहा है
इस गांव के लगभग 16 युवा सेना में भर्ती हो चुके हैं। हालांकि इस गांव की आबादी 1500 के करीब है और सभी में देश भक्ति का जज्बा कूट कूट कर भरा है।
इस गांव के लगभग 16 युवा सेना में भर्ती हो चुके हैं।
स्कूल में बच्चे रस्सी पर चलते हैं, रिवर क्रॉसिंग और टायरों के बीच में से गुजरना उनकी रूटीन है। स्कूल में 3 दिन आर्मी का 3 दिन स्काउट की वर्दी पहनने का प्रावधान रखा गया है।
रिवर क्रॉसिंग और टायरों के बीच में से गुजरना बच्चों की रूटीन है
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लगभग 2 साल पहले स्कूल प्रिंसिपल परविंदर शर्मा ने इस मुहिम की शुरुआत की थी। परविंदर शर्मा स्काउट मास्टर भी हैं उन्होंने बिना एक्स्ट्रा फीस के ही स्कूल में ही ट्रेनिंग की व्यवस्था कर दी। जिससे विद्यार्थियों में सेना और देश के प्रति सेवा की भावना उत्पन्न हो।
लगभग 2 साल पहले स्कूल प्रिंसिपल परविंदर शर्मा ने इस मुहिम की शुरुआत की थी।
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वहीं इसमें गांव वासियों का भी पूरा सहयोग स्कूल प्रशासन को मिल रहा है। स्कूल के विद्यार्थी भी आर्मी की ट्रेनिंग लेकर खुश हैं और सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
इसमें गांव वासियों का भी पूरा सहयोग स्कूल प्रशासन को मिल रहा है