मानसून की पहली बरसात ने खोली प्रशासन के जल निकासी के दावों की पोल

By  Arvind Kumar July 19th 2021 10:33 AM

बहादुरगढ़। (प्रदीप धनखड़) बहादुरगढ़ में सुबह से ही तेज बरसात हो रही है। इस बरसात से एक तरफ जहां भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। तो वहीं जलभराव की समस्या ने प्रशासन के जल निकासी के सभी दावों को फेल साबित कर दिया है। बहादुरगढ़ के झज्जर रोड, नजफगढ़ रोड, देवनगर समेत कई कालोनियों की गलियों में पानी भर गया है। जिसकी वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इतना ही नहीं बहादुरगढ़ शहर को लाइनपार क्षेत्र से जोड़ने वाले नवनिर्मित रेलवे अंडरपास में पानी भर गया है। 32 करोड़ को लागत से बने रेलवे अंडरपास की दीवारों से पानी निकल रहा है। मानसून की पहली बरसात ने ही शहर में हो रहे विकास कार्यों और जल निकासी के दावों की पोल खोल कर रख दी है।

यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे अंडरपास के निर्माण में भारी खामियां हैं। जबकि बीजेपी और कांग्रेस के स्थानीय नेता 32 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुए अंडर पास को बनवाने का श्रेय लेने की होड़ में शामिल है। एक तरफ जहां कांग्रेस के विधायक राजेंद्र जून ने पिछले दिनों अंडर पास का दौरा किया था और यहां पर लड्डू बटवा कर उद्घाटन किया था। जबकि बीजेपी के पूर्व विधायक नरेश कौशिक ने इस अंडरपास को अपने कार्यकाल की उपलब्धि बताया था।

अब इस अंडरपास में जलभराव की जिम्मेदारी कौन लेगा? यह भी देखना होगा। आखिर अंडरपास से जल निकासी का कोई बंदोबस्त क्यों नहीं किया गया, यह भी बड़ा सवाल है। शहर की ज्यादातर सड़कें और कालोनियों की गलियां पानी से भरी हुई है। तो ऐसे में सवाल यह है उठता है कि मानसून से पहले सीवरेज और नालियों की सफाई का दावा करने वाले अधिकारियों ने क्या महज खानापूर्ति की थी। लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने ठीक ढंग से अपना काम नहीं किया। जिसका खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

Related Post