russia ukraine war: नाटो के 'धोखे' पर जेलेंस्‍की की खुली आंखें, कहा: कल पुतिन यूरोप को भी नहीं छोड़ेंगे

By  Vinod Kumar March 5th 2022 12:43 PM

russia ukraine war: अमेरिका और नाटो के आश्‍वासन के बल पर सुपरपावर रूस से जंग लड़ रहे यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की को अब बड़ा झटका लगा है। नाटो ने ऐलान किया है कि वह यूक्रेन में 'नो फ्लाई जोन' को लागू नहीं कराएगा। अब रूसी सेना ने रिहाइशी इलाकों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

यूक्रेन का कहना है कि रूसी बम अटैक के कारण जाइटोमीर शहर में उसके 47 नागरिक मारे गए हैं। हालात इसलिए भी तेजी से बिगड़ रहे हैं क्‍योंकि हमला आसमान से भी किया जा रहा है। रूसी सेना के ड्रोन (Drone Attack) यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहे हैं। ड्रोन हमले के कारण आइदर बटालियन पोस्ट तबाह हो गई है।

यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन न बनाने पर यूक्रेन के राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की भड़क गए हैं। यूक्रेनी राष्‍ट्रपति ने नाटो के फैसले की आलोचना की है और कहा कि इससे अब रूस को यूक्रेन के शहरों और गांवों पर बम बरसाने के लिए हरी झंडी मिल गई है। उन्‍होंने यह भी कहा कि मैं कीव में हूं और यूक्रेन छोड़कर नहीं जा रहा हूं।

जेलेंन्‍स्‍की ने कहा कि पश्चिमी देशों के सैन्‍य संगठन नाटो को पता है कि रूस अभी और ज्‍यादा हमले करने वाला है। जेलेंस्‍की ने कहा, 'जब यह जानते हैं कि नए हमले और मौतें होने जा रही हैं, नाटो ने जानबूझकर यूक्रेन के हवाई सीमा को बंद करने का फैसला किया है। आज नाटो के नेतृत्‍व ने नो फ्लाई जोर बनाने की मांग को खारिज करके यूक्रेन के शहरों और गांवों में और ज्‍यादा हमले करने को अपनी हरी झंडी दे दी है।

कीव में अपने कार्यालय से कथित रूप से वीडियो संदेश के जरिए जेलेंस्‍की ने नाटो से कहा, 'आज से जो लोग मरेंगे, वह आपके कारण मारे जाएंगे। आपकी कमजोरी की वजह से, आपके अलगाव की वजह से।' उन्‍होंने कहा कि नाटो का आज शिखर सम्‍मेलन हुआ जो बहुत कमजोर है। एक भ्रमित शिखर सम्‍मेलन। एक ऐसा सम्‍मेलन जिसमें सभी लोग इससे सहमत नहीं थे कि आजादी यूरोप के लिए नंबर 1 लक्ष्‍य है। सभी खुफिया एजेंसियां दुश्‍मन के प्‍लान से पूरी तरह से वाकिफ हैं। वे इस बात की पुष्टि करते हैं कि रूस अपने आक्रामक अभियान को जारी रखना चाहता है।'

जेलेंस्‍की ने कहा, 'नाटो ने जानबूझकर यूक्रेन की हवाई सीमा को बंद नहीं किया।' उन्‍होंने कहा, 'अगर यूक्रेन नहीं बचेगा तो पूरा यूरोप नहीं बचेगा। इस पूरे मामले में नाटो अपना पक्ष रख चुका है और अमेरिका भी फिलहाल नाटो के साथ है। इस मामले में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी नाटो का पक्ष लिया। उनका कहना है कि यूक्रेन में नो-फ्लाई जोन बनाया जाता है तो नाटो को रूसी सेना के विमान रोकने के लिए हवाई क्षेत्र में अपने विमान भेजने होंगे। ऐसा हुआ तो यूरोप में एक नए युद्ध की शुरुआत हो सकती है।

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