मार्च में अप्रैल से भी ज्यादा गर्मी, आने वाले दिनों में सूरज उगलेगा आग

By  Vinod Kumar March 28th 2022 11:58 AM

उत्तर भारत में इन दिनों मार्च के महीने में ही प्रचंड की गर्मी पड़ रही है। कई राज्यों में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जम्मू कश्मीर में गर्मी ने 76 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मार्च में पिछले 15 दिनों से तापमान 35 डिग्री से अधिक ही बना हुआ है। गर्मी से अभी लोगों को राहत नहीं मिलने वाली है। अब मौसम विभाग ने गर्म हवाओं के लेकर भी अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग की मानें तो अगले ​तीन से चार दिनों तक दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में गर्म हवाएं चलेंगी। इससे साफ है कि अगले चार पांच दिनों तक दिल्ली में गर्मी कम नहीं होगी और दिल्लीवासियों को गर्म लू भी झेलनी पड़ेंगी। मौसम विभाग के अनुसार अगले 7 दिनों में अधिकतम तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। इससे साफ है कि ज्यादातर जगहों पर तापमान 40 डिग्री को पार नहीं करेगा। दिल्ली में आने वाली गर्म हवाएं राजस्थान के थार की तरफ से आएंगी और एक हफ्ते तक नमी में कमी रहेगी। Heatwave persists in Punjab, Haryana जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भी इन दिनों गर्मी से बुरा हाल है। गर्मी का सबसे ज्यादा असर जम्मू संभाग में देखने को मिल रहा है। इस बीच जम्मू में रविवार को अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी के साथ अधिकतम तापमान ने मार्च महीने का 76 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक इससे पहले सबसे अधिक 37.2 डिग्री सेल्सियस तापमान 31 मार्च 1945 को दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में जम्मू में मौसम शुष्क और गर्म रहने की संभावना है। Heat wave grips Punjab, Haryana अप्रैल माह की शुरूआत में नहीं दिखेगा प्री मानसून मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अप्रैल माह के पहले सप्ताह तक उत्तर के मैदानी भागों में प्री मानसून की कोई गतिविधि अभी देखने को नहीं मिलेगी। प्री मानसून सीजन मार्च से शुरू होता है और मई तक जारी रहता है। मार्च और अप्रैल के दौरान दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां कम रहती हैं। Heatwave persists in Punjab, Haryana मार्च के महीने में हरियाणा, पंजाब व दिल्ली में सामान्य से 98 से 100 प्रतिशत तक कम बरसात देखने को मिली है। अप्रैल के उत्तरार्ध के दौरान तापमान में काफी वृद्धि होने लगती है और पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर में प्री-मानसून गतिविधियां तेज हो जाती हैं। ये प्री-मानसून गतिविधियां आमतौर पर धूल भरी आंधी और तेज हवाओं के रूप में होती हैं, साथ में गरज के साथ बिजली गिरती है और हल्की बारिश होती है। मई का महीना प्रचंड आंधी और धूल भरी आंधी के लिहाज से सबसे क्रूर होता है।

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