ढाई घंटे में बना दी विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के घर तक जाने वाली सड़क, आज होगा अंतिम संस्कार

By  Vinod Kumar December 11th 2021 02:06 PM -- Updated: December 11th 2021 02:08 PM

नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत के साथ विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की भी जान चली गई थी। उनका आज उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर हवाई जहाज के जरिए आगरा तक लाया गया। यूपी के सीएम योगी अदित्यानाथ भी पृथ्वी सिंह के घर संवेदना प्रकट करने पहुंचे थे। [caption id="attachment_557436" align="alignnone" width="300"]wing commander prithvi singh agra, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह, पृथ्वी सिंह का अंतिम संस्कार, आगर कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश विंग कमांडर पृथ्वी सिंह[/caption] उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं। पृथ्वी सिंह चौहान के घर तक जाने वाले गली को रातों-रात सुधार दिया गया है। पृथ्वी सिंह के पड़ोसियों और दोस्तों के मुताबिक शुक्रवार रात 10 बजे काम शुरू हुआ और ढाई घंटे में पक्की सड़क बना दी गई। 12 साल पहले इस गली को बनाया गया था, लेकिन तारकोल और गिट्टी अब डाला गई है। [caption id="attachment_557438" align="alignnone" width="300"]wing commander prithvi singh agra, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह, पृथ्वी सिंह का अंतिम संस्कार, आगर कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश विंग कमांडर पृथ्वी सिंह को श्रद्धांजलि देते लोग[/caption] विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के बच्चपन के एक दोस्त और पड़ोसी का कहना है कि पिछले 10 साल से गली में गड्ढे थे। अब इसे सुधारा गया है, हालांकि काम पूरा नहीं हुआ है। जहां तक सड़क को दुरुस्त किया गया है, उसके आगे आरसीसी सड़क बनाई जाएगी। वो पृथ्वी सिंह चौहान को बचपन से जानते थे। इस साल रक्षाबंधन के मौके पर जब विंग कमांडर यहां आए थे, तब उनसे मुलाकात और बातचीत भी हुई थी। [caption id="attachment_557441" align="alignnone" width="300"]wing commander prithvi singh agra, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह, पृथ्वी सिंह का अंतिम संस्कार, आगर कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश पृथ्वी सिंह को अंतिम विदाई देने उमड़ा लोगों का हुजूम[/caption] बता दें कि एयरफोर्स ज्‍वाइन करने के बाद पृथ्‍वी सिंह की पहली पोस्टिंग हैदराबाद में हुई थी। इसके बाद वो गोरखपुर, गुवाहाटी, ऊधमसिंह नगर, जामनगर, अंडमान निकोबार सहित अन्‍य एयरफोर्स स्‍टेशन्‍स पर तैनात रहे। उन्‍हें एक साल की विशेष ट्रेनिंग के लिए सूडान भी भेजा गया था। MI-17 हेलिकॉप्टर उड़ाने में विंग कमांडर पृथ्‍वी सिंह चौहान की दक्षता के वायुसेना के अधिकारी भी कायल थे। सूडान में विशेष ट्रेनिंग लेने के बाद पृथ्‍वी की गिनती वायुसेना के जांबाज लड़ाकू पायलट्स में होती थी।

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