"लद्दाख की सीमा में पैर रखने से पहले रेजांगला को याद करे चीन"
रेवाड़ी। भारत और चीन के बीच 1962 में लड़ी गई रेजांगला पोस्ट की लड़ाई में भारतीय सैनिकों ने चीन को धूल चटाई थी। रेजांगला पोस्ट की लड़ाई में अपनी बहादुरी का परिचय देने वाले कैप्टन रामचंद्र ने बताया कf आज भारतीय फ़ौज इतनी शक्तिशाली है की हर मोर्चे पर युद्ध कर दुश्मन को पराजित कर सकती है। भारतीय जवान जोश और होश की बात करता है। इसलिए आज का जवान चीनी हथियारों से डरने वाला नहीं है। कोरोना महामारी में चीनी आज जे&के में लद्दाख़ से घुसपैठ कर भारत पर हमला करने की फिराक में है। जिसके मंसूबों को भारत कभी कामयाब नहीं होने देगा। कैप्टन रामचंद्र ने बताया कि 43 का फिगर आने के बाद भारतीय जवानों का हौंसला बढ़ा है। आज भी हम दौगुना को मार गिराने का दम रखते है। इसलिए चीन को लद्दाख में एंट्री करने से पहले रेजांगला पोस्ट की लड़ाई को याद कर लेना चाहिए। कैप्टन रामचंद्र ने कहा की आज हम बूढ़े जरूर हो गए हैं लेकिन सरकार आज भी हमें युद्ध में जाने की इजाजत दे तो हम पीछे नहीं हटेंगें जैसे रेजांगला पोस्ट की लड़ाई में चीनी फ़ौज को पछाड़ा था उसी तरह आज भी इतना हौसला रखते हैं की पूरी बहादुरी से लड़ाई जीतने का दम रखते हैं। रेवाड़ी जिले के गांव मोहनपुर के रहने वाले कैप्टन रामचन्द्र आज अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। रामचन्द्र के दो बेटे और एक पोता भी आर्मी में अपनी सेवाएं दें रहें है। ---PTC NEWS---