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करनाल। करनाल के उपायुक्त निशांत यादव और एसपी गंगा राम पुनिया ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि अगर किसानों ने कानून हाथ में लिया तो सख्त कार्रवाई होगी। प्रशासन का कहना है कि अगर किसान बातचीत के लिए आते हैं तो हम उनकी जायज मांग सुनेंगे लेकिन उन्हें हाइवे जाम नहीं करने देंगे और ना ही सचिवालय का घेराव करने देंगे।
उधर किसानों कहना है कि लाठी मारे, डंडे मारे हम घेराव करेंगे क्योंकि हमने 6 सितंबर तक सरकार व प्रशासन को समय दिया था। किसानों की मांग है कि SDM समेत बसताड़ा में हुए लाठीचार्ज के आरोपी अफसरों पर मुकदमा दर्ज और मृतक किसान के परिवार को एक सरकारी नौकरी, 25 लाख का मुआवजा। वहीं घायलों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए।
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किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि करनाल प्रशासन के साथ बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला। हम अपनी पंचायत के साथ आगे बढ़ेंगे। बता दें कि मंगलवार को पहले किसान करनाल की अनाज मंडी में पंचायत करेंगे और फिर किसान इकट्ठा होकर जिला सचिवालय का घेराव करेंगे।-