दिव्यांग एथलीट कविता कुमारी का जोरदार स्वागत, स्वर्ण पदक जीतकर रोशन किया देश का नाम
रेवाड़ी। (मोहिंदर भारती) कहते हैं यदि दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो विकलांगता भी आड़े नहीं आती। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है, कोसली के छोटे से गांव बहरामपुर की रहने वाली होनहार दिव्यांग बेटी कविता ने, जिसने हाल ही में फरीदाबाद में आयोजित एक राज्य स्तरीय पैरा एथलैटिक चैंपियनशिप 2019 में डिसकस थ्रो, शाटपुट और जेविलिन थ्रो में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर न केवल गांव का बल्कि देश का भी नाम रोशन किया है। मंगलवार को गांव बहरामपुर में एथलीट स्वर्ण पदक विजेता कविता कुमारी को सम्मानित किया गया। इस दौरान गुरुग्राम लोकसभा निगरानी समिति के संयोजक लक्ष्मण सिंह यादव, वरिष्ठ भाजपा नेता सत्य व्रत शास्त्री ने भी कविता को सम्मानित किया। [caption id="attachment_269020" align="aligncenter" width="700"] मंगलवार को गांव बहरामपुर में एथलीट स्वर्ण पदक विजेता कविता कुमारी को सम्मानित किया गया।[/caption] इससे पहले भी कविता ने कई मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया है। पूर्व मंत्री एवं विधायक बिक्रम सिंह यादव ने कहा कि कविता की इस उपलब्धि पर हमें नाज है और हमारी बेटियों को भी इस होनहार खिलाड़ी से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कविता ने डिसकस थ्रो, शाटपुट और जेविलिन थ्रो में जीत के माध्यम से दूसरी बेटियों को भी खेलों में बढ़चढ कर भाग लेने का संदेश दिया है। उनका कहना है कि ग्रामीण आंचल में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस उन्हें निखारने की जरूरत है। वहीं यादव का कहना है कि गांव की युवा शक्ति में खेल भावना जागृत करना वर्तमान प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि खेलों के मामले में पैसों और सुविधाओं की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। [caption id="attachment_269018" align="aligncenter" width="700"] खिलाड़ी कविता ने इस जीत का श्रेय रेवाड़ी के डॉक्टर अनिल यादव और अपने कोच व माता पिता को दिया है[/caption] कविता के माता-पिता ने भी अपनी बेटी पर गर्व करते हुए कहा कि वह बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं समझते हैं बल्कि कविता को हमेशा आगे बढ़कर देश का नाम रोशन करने की प्रेरणा देते हैं। वहीं खिलाड़ी कविता ने इस जीत का श्रेय रेवाड़ी के डॉक्टर अनिल यादव और अपने कोच व माता पिता को दिया है जिनका उसे हमेशा से सहयोग मिला है। यह भी पढ़ें: नेशनल गेम्स में फरीदाबाद के छोरों ने जीते मेडल, गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत