आवारा पशुओं की समस्या पर सदन में चर्चा, विज ने कहा: बेसहारा पशुओं के लिए सरकार और जनता सभी की जिम्मेदारी
चंडीगढ़/अभिषेक तक्षक: प्रदेश में बढ़ रहे बेसहारा पशु जनता की परेशानी का सबब बन चुके हैं। अभी हाल ही में हुए गांव कनेक्शन सर्वे में 87 प्रतिशत जनता का तर्क है कि बेसहारा पशु गंभीर समस्या बन गए हैं। वहीं, आठ फीसदी का मानना है कि यह हमेशा से ही रही है, जबकि 2.5 फीसद लोग बेसहारा पशुओं की समस्या से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। यह आंकड़े गुरुवार को कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने सदन में पेश किए। दरअसल, गीता भुक्कल गैर सरकारी संकल्प (प्राइवेट मेंबर बिल) बेसहारा पशुओं के कारण हो रही शारीरिक व मानसिक परेशानियों को लेकर अपना वक्तव्य पेश कर रहीं थी।गीता भुक्कल ने कहा कि प्रदेश में बेसहारा पशुओं से रही दुर्घटनाओं के साथ कुत्ते व बंदरों के काटने के भी मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हर जिले में कुत्तों व बंदरों का आंतक बढ़ रहा है। वहीं, गृह मंत्री अनिल विज ने तर्क दिया कि बेसहारा पशुओं के लिए सरकार और जनता सभी की जिम्मेदारी है। गाय हमारी आस्था का केंद्र है। गाय की स्थिति पर विचार करने की जरूरत है। कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि बेसहारा पशुओं के मुद्दे पर ईमानदारी से काम नहीं हुआ है। बेसहारा पशुओं का हल केवल नंदीशालाओं को अच्छे से चलाने से ही होगा। जजपा विधायक रामकुमार गौत्तम ने तर्क दिया कि बेसहारा पशुओं की बढ़ रही समस्याओं से निजात पाने के लिए सरकार को गोपालकों को पेंशन देनी चाहिए। महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने रामकुमार गौतम का समर्थन करते हुए कहा कि गो पालकों को प्रोत्साहन जरूरी है। उन्होंने कहा कि इनसे न केवल किसानों की फसल बर्बाद हो रही बल्कि सड़क हादसे भी बढ़ रहे हैं। पूंडरी से निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन ने का कहना था कि बेसहारा पशु गंभीर समस्या बन चुकी है। इसके साथ ही कृषि मंत्री जेपी दलाल ने सदन में जवाब दिया कि सरकार अपने दायित्व को बखूबी निभा रही है। प्रदेश की 700 से ज्यादा गोशालाओं में साढ़े चार लाख गोवंश है। बेसहारा पशुओं के लिए योजना बनाए सरकार: गीता भुक्कल बेसहारा पशुओं को लेकर गैर सरकारी संकल्प पर बोलते हुए कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने सरकार से योजना बनाने की मांग की। उन्होंने तर्क दिया कि जितने हमारे लिए इंसान जरूरी है, उतने पशु भी हैं। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं के लिए काम करने की जरूरत है। इसके साथ ही बंदर व कुत्तों के बढ़ रहे आंतक से भी छुटकारा दिलाने के लिए सरकार का काम करना होगा। गोशालाओं को आत्मनिर्भर बना रही सरकार : जेपी दलाल कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि सरकार गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है। गोचरान की भूमि पर गोशाला खोलने के लिए नीति बनाई गई है। नीति के तहत 10 एकड़ भूमि को एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब लीज पर देने का प्रावधान किया गया है, जिस पर गोशाला