happy diwali 2022: इस दिवाली मां लक्ष्मी विराजें आपके द्वार, कृपा होगी आपार, जानिए लक्ष्मी पूजन विधि और शुभ मुहूर्त
DIWALI 2022: आज दिवाली का त्योहार बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है। लोग खरीददारी करने के लिए घरों से निकले हैं। इसके साथ ही बाजारों में खूब भीड़ लगी है। कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। दिवाली पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। आज के ही दिन प्रभु श्रीराम 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे। प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने पर लोगों ने मिट्टी की दिए जलाए थे। उस दिन से दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है। इसके साथ ही संध्या पर लक्ष्मी और गणेश पूजन किया जाता है। पूजन शुभ मुहूर्त और विधि विधान से किया जाता है। दिवाली लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त ( Laxami PujaN Shubh Muhurat) अमावस्या तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 24, 2022 को शाम 05 बजकर 27 मिनट से शुरू अमावस्या तिथि समाप्त - अक्टूबर 25, 2022 को शाम 04 बजकर 18 मिनट पर खत्म लक्ष्मी पूजा मुहूर्त - शाम 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक प्रदोष काल - शाम 06 बजकर 10 मिनट से शाम 08 बजकर 39 मिनट तक वृषभ काल - शाम 07 बजकर 26 मिनट से रात 09 बजकर 26 मिनट तक पूजन विधि सर्वप्रथम पूजा का संकल्प लें। - श्रीगणेश, लक्ष्मी, सरस्वती जी के साथ कुबेर का पूजन करें। - ऊं श्रीं श्रीं हूं नम: का 11 बार या एक माला का जाप करें। - एकाक्षी नारियल या 11 कमलगट्टे पूजा स्थल पर रखें। - श्रीयंत्र की पूजा करें और उत्तर दिशा में प्रतिष्ठापित करें, देवी सूक्तम का पाठ करें। लक्ष्मी पूजन मंत्र . ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥ . ॐ श्रीं श्रीयै नम: . ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः॥ . ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥ पूजा सामग्री भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की नई मूर्ति, देवी लक्ष्मी के लिए एक लाल रेशमी कपड़ा और एक पीला कपड़ा , मूर्ति रखने के लिए लकड़ी की चौकी, भगवान के आसन के लिए एक लाल कपड़ा, मिट्टी के दीपक, एक मिट्टी का कलश मिठाई, दक्षिणा, धूप, गेंहूं, खील, बताशे,फल, दूर्वा घास, पंच पल्लव , जनेऊ, कपूर के साथ पूजन करें