कांग्रेस के चिंतन शिविर से दूर रहेंगे सिब्बल? अभी तक अपनी मौजूदगी को लेकर नहीं दिया जवाब
राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस पार्टी का तीन दिवसीय चिंतन शिविर आज से शुरू हो चुका है। बताया जा रहा है कि इस चिंतन शिविर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल इसमे शामिल नहीं होंगे। सिब्बल कांग्रेस के उन 400 चुनिंदा नेताओं की सूची में शामिल हैं जिन्हें इस चिंतन शिविर में आमंत्रित किया गया है।
कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने भी ये बात स्वीकार की है कि सिब्बल ने अभी तक शिविर में आने की पुष्टि नहीं की है। सिब्बल उन कांग्रेस नेताओं में शामिल हैं जो लंबे समय से पार्टी में परिवर्तन के लिए मांग कर रहे है। हालांकि, सिब्बल खुद को हमेशा 'प्रतिबद्ध कांग्रेस नेता' के तौर पर पेश करते हैं।
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान राजद्रोह कानून पर रोक लगा दी गई है। कोर्ट में सिब्बल इस विषय पर मजबूती से पक्ष रख रहे हैं। एक ओर जहां राहुल गांधी और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। वहीं, वो सिब्बल की भूमिका पर भी चुप रहे।
एक समय ऐसा था जब ऑल इंडिया कांग्रेस सिब्बल को अपनी कानूनी ब्रीफिंग में आगे करती थी, उन्होंने तत्कालीन CJI पर महाभियोग सहित कई हाई-प्रोफाइल कानूनी मामलों का नेतृत्व किया था। कोर्ट में भी सिब्बल कांग्रेस पार्टी का पक्ष मुखर तरीके से रखते आए हैं।
बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का तीन दिन का चिंतन शिविर आज से शुरू हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के देशभर के 400 बड़े नेता इसमें शामिल होंगे। चिंतन शिविर में पार्टी के आंतरिक मुद्दों पर चर्चा, आने वाले चुनावों को लेकर रणनीति पर भी चर्चा होगी, साथ ही संगठन को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे इस पर भी विचार विमर्श होना है।