शिमला: तारादेवी के जंगलों में लगी आग NH तक पहुंची, शहर के कई इलाकों में विजिबिलिटी हुई कम
गर्मी के मौसम में हिमाचल के जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पूरे प्रदेश में अप्रैल महीने में ही आग लगने की 307 घटनाएं हो चुकी हैं। वहीं अकेले रामपुर वन सर्किल में 97 और शिमला सर्किल में 27 घटनाएं हो चुकी हैं। इन दोनों सर्किलों में 84 संवदेनशील बीट हैं और पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 2000 से ऊपर है। मंगलवार को शिमला के साथ लगते तारादेवी के जंगल में आग एकबार फिर भड़क उठी। देखते ही देखते ये आग हाईवे तक पहुंच गई है। सोमवार देर शाम जंगल में आग लगने की घटना हुई थी। हालांकि फायर ब्रिगेड टीम ने आधी रात को आग पर काबू पा लिया था, लेकिन मंगलवार को सुबह के समय जंगल में आग फिर भड़क गई। वन भूमि पर पहले ही देवदार, बान और चीड़ के दर्जनों पेड़ जलकर राख हो गए हैं। इसी तरह तारादेवी के बेहद घने जंगल में सैकड़ों वन्य जीव भी जलकर राख होने की सूचना है। आग फायल गांव के साथ लगते जंगल को तबाह कर नेशनल हाईवे की ओर बढ़ रही है। पुलिस ने विभिन्न अपराधों में संलिप्त वाहन पकड़ने के बाद तारादेवी क्रॉसिंग पर खड़े कर रखे हैं। जंगल में लगी आग NH की ओर बढ़ने के कारण सड़क पर वाहनों के लिए खतरा मंडरा रहा है। तारादेवी के घने जंगल में आग के बाद स्थानीय लोग डरे व सहमे हुए हैं क्योंकि जंगल के आसपास लोगों के कई आवास है। आग पर यदि काबू नहीं पाया जा सका तो यह लोगों के घरों को भी अपनी चपेट में ले सकती है। वहीं, जंगल से लोग अपने मवेशियों के लिए घास और पत्तियां लाते थे। अब आग में सब स्वाह हो गया है। ऐसे में लोगों के सामने पशुओं के चारे का भी संकट पैदा हो गया है। तारादेवी के साथ जंगल में आग के कारण शिमला में विजिबिलिटी कम हो गई है। इससे शिमला शहर में खासकर टुटू, समरहिल, तारादेवी, घोड़ाचौकी, ISBT इत्यादि क्षेत्रों में चारों तरफ धुंआ ही नजर आ रहा है।