नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा, कुछ ऐसे बेरोजगारों को बनाया जा रहा था शिकार
गुरुग्राम। (नीरज वशिष्ठ) गुरुग्राम पुलिस ने केंद्रीय मंत्रालय में नौकरी दिलवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने और ठगी का खुलासा किया है। दरअसल पुलिस को केंद्रीय कृषि एवम कल्याण मंत्रालय द्वारा शिकायत दी गयी थी कि सेक्टर 31 के एक मकान से मंत्रालय में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद सेक्टर 31 के इस मकान पर रेड कर फर्जीवाड़े का खुलासा कर दिया। पुलिस ने रेड के दौरान यूपी के रहने वाले मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार किया गया है। बहरहाल मामले की तफ्तीश की जा रही है। पुलिस की माने तो गिरफ्तार मास्टरमाइंड की पहचान चंद्रभूषण पांडये के तौर पर हुई है, जो कि बेरोजगार युवकों को मंत्रालय में नौकरी दिलवाने के नाम पर 27 हज़ार रुपये की फीस वसूल कर युवकों से ठगी को अंजाम दे रहा था। एसीपी क्राइम ने बताया कि शुरुवाती पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि इससे पहले वह लखनऊ में भी इसी तरफ के फर्जीवाड़े और ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है। सेक्टर 31 के मकान नंबर 140 पर पुलिस की रेड के दौरान भी 6 युवक इसके झांसे में आने के बाद ट्रेनिंग कर रहे थे। बहरहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस की माने तो मार्च-2020 में मकान नंबर 140, सैक्टर-31, गुरुग्राम को किराए पर लेकर इसमें केंद्रीय कृषि विकास संस्थान के नाम से संस्था खोली थी। इस संस्था में यह बेरोजगार युवकों को कृषि विभाग में मोटी सैलरी की नौकरी दिलाने के नाम पर आकर्षित करता है और नौकरी दिलाने के नाम पर उन्हें ट्रेनिंग देता है, जिसके लिए यह 27 हजार रुपये प्रति महीने के हिसाब से 01 व्यक्ति से वसूलता है। संस्था में दाखिले के लिए यह पम्पलेट, इश्तेहार के माध्यम से विज्ञापन देता था। वर्तमान में इसकी संस्था में 06 लड़के इसके झांसे में आकर इससे ट्रेनिंग ले रहे थे। बहरहाल पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है। ---PTC NEWS---