कोरोना नियम आम जनता के लिए अलग...नेता 'जी' के लिए अलग! सरकार के मंत्री ही खुद उड़ा रहे नियमों की धज्जियां
टोहाना/सतीश अरोड़ा: पूरे देश और प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सरकार ने लोगों से मास्क लगाने और भीड़ ना जुटाने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है, लेकिन ऐसा लगता है कि ये नियम सिर्फ आम जनता के लिए ही बने हैं। सरकार के नुमाइंदों का इनसे कोई सरोकार नहीं है। सरकार में बैठे मंत्री खुद ही कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। दरअसल मंत्री बनने के बाद पहली बार टोहाना पहुंचे देवेंद्र बबली और उनके कार्यकर्ताओं ने कोरोना नियमों की खूब धज्जियां उड़ाई। इस दौरान ना मंत्री और ना ही उनके समर्थक कोरोना गाइडलाइन का पालन करते दिखाई दिए। दरअसल टोहाना पहुंचे देवेंद्र बबली का लोगों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। सोशल डिस्टेंसिंग नाम की चिड़िया भी यहां नजर नहीं आई। ना मंत्री जी के मुंह पर मास्क नजर आया और ना ही समर्थकों के मुंह पर। सब ढोल की धुन पर मस्त नजर आए। कैबिनेट मंत्री देवेंद्र बबली भी बिना मास्क के ही गले में हार डलवाते हुए दिखाई दिए। इस मौके पर मौजूद अधिकारी भी कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ते देखते रहे और ठंड के मौसम में हाथ पर हाथ धरे नजर आए। मंत्री जी की जगह अगर यही भीड़ आम जनता की होती तो अधिकारी और पुलिस लाट्ठियां भांजने के साथ साथ चालान की रशीद पर थमा देते। पर अधिकारियों के हाथ बंधे हुए थे,क्योंकि भीड़ नेता जी के स्वागत के लिए जुटी थी। इसलिए उन्होंने भी अपनी आंखें बंद कर ली। पूर्व प्रदेशअध्यक्ष सुभाष बराला को तो मानों इस समय नजर ही कमजोर हो गई थी। कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन को लेकर जब सुभाष बराला से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कुछ देखा नहीं, लेकिन हम सब की जिम्मेवारी बनती है कि हम सब मिल कर कोरोना नियमों का पालन करें और कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकें।