अब 11 मार्च को करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव होगा: सरपंच महासंघ
पुलिस द्वारा सरपंचों का चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर विरोध प्रदर्शन करने के प्रयास को विफल करने के बाद अब हरियाणा सरपंच एसोसिएशन ने 11 मार्च को मुख्यमंत्री के करनाल आवास का घेराव करने की धमकी दी है। असोसिएशन ने कहा कि 9 मार्च की बैठक यदि बेनतीजा निकला तो घेराव किया जायेगा। बता दें कि सरपंच ई-टेंडरिंग और सरकार के अन्य फैसलों का विरोध कर रहे हैं।
यह निर्णय सोमवार को सरपंचों का कैथल में बुलाई गई राज्य स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में राज्य के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों सरपंच शामिल हुए। 4 मार्च को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने शनिवार को हरियाणा सरकार को चंडीगढ़ को जोड़ने वाली पंचकुला सड़क को खाली करने का निर्देश दिया था जिसे सरपंचों द्वारा घेरा गया था।
एसएएच अध्यक्ष ने बैठक के बाद घोषणा की कि अगर नौ मार्च को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ प्रस्तावित वार्ता में सभी मांगें नहीं मानी गईं तो 11 मार्च को करनाल स्थित मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। सरपंच संघ के अध्यक्ष रणबीर समैन ने कहा कि राज्य सरकार न तो ग्रामीण समस्याओं पर ध्यान दे रही है और न ही सरपंचों की सुन रही है।
उन्होंने कहा कि विरोध स्वरूप गांवों में भाजपा व जजपा दोनों पार्टियों के प्रतिनिधियों का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। दोनों पार्टी के नेताओं को हरियाणा के गांवों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सरपंचों ने पंचकूला में सरपंचों पर हुए लाठीचार्ज की भी निंदा की।
सरपंच ई-टेंडरिंग, अनिवार्य पारिवारिक पहचान पत्र, राइट टू रिकॉल नियम और मनरेगा में ऑनलाइन उपस्थिति के लिए अधिसूचना को वापस लेने का विरोध कर रहे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि संविधान के 73वें संशोधन की 11वीं अनुसूची में ग्राम पंचायतों को दिए गए सभी 29 अधिकारों को लागू किया जाए।
- With inputs from agencies