स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, जा सकती थी सैकड़ों बच्चों की जान?
हिसार। (संदीप सैणी) प्रत्येक जन के स्वास्थ्य का ख्याल रखने वाले स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही उकलाना में देखने को मिली है। स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों में बच्चों के पेट में कीड़े मारने की दवाई एल्बेंडाजोल वितरित की, लेकिन यह दवाई एक्सपायरी डेट की स्कूलों में दी गई। आशा वर्करों द्वारा स्कूल में भेजी गई एक्सपायरी डेट की दवाई बच्चों को खिलाने के लिए दी गई थी। लेकिन शिक्षण संस्थान के प्रबंधक कमेटी की समझदारी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य से एक बड़ा संकट टल गया। अगर यह एक्सपायरी डेट की दवाई बच्चों को खिला दी जाती तो कोई भी बड़ी अनहोनी हो सकती थी। जैसे ही शिक्षण संस्थान आर्य कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 19 वर्ष की आयु तक के छोटे बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवाई एल्बेंडाजोल दी गई तो देखा गया कि यह दवाई एक्सपायरी डेट की है। इस दवाई की एक्सपायरी डेट सितंबर 2019 है जबकि अब फरवरी 2020 चला हुआ है। आर्य कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रबंधक समिति के सचिव राम कुमार गोयल ने बताया कि उनके स्कूल में एक आशा वर्कर उन्हें 100 गोलियों का एक पैकेट देकर गई। यह पैकेट पेट में कीड़े मारने के लिए 19 वर्ष के से छोटे बच्चों को खिलाने के लिए दिया गया था। उन्होंने आशा वर्कर को बताया कि उनके स्कूल में ऐसे 300 बच्चों की संख्या है जो 19 वर्ष से नीचे हैं। [caption id="attachment_390200" align="aligncenter" width="768"] स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, जा सकती थी सैकड़ों बच्चों की जान?[/caption] आशा वर्कर ने कहा कि वह दो पैकेट 100-100 गोलियों के और भेज देगी। जब पेट में कीड़े मारने की दवाई एल्बेंडाजोल की एक्सपायरी डेट देखी गई तो इसकी एक्सपायरी डेट सितंबर 2019 थी। एक्सपायरी डेट की गोलियां देखकर राम कुमार गोयल ने अपनी प्रबंधक कमेटी के साथ मिलकर एक शिकायत उकलाना के बीईओ को भेजी तथा लिखित शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी हिसार को भी दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गोलियां अगर बच्चों को खिला दी जाती तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। उन्होंने संबंधित विभाग के लापरवाही अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है। इस संबंध में जब उकलाना के खंड शिक्षा अधिकारी कृष्ण कुमार वर्मा से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें एक लिखित शिकायत और दवाई का पैकेट मिला है। जिस को सील कर के उच्च अधिकारियों के पास जांच ओर कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। [caption id="attachment_390202" align="aligncenter" width="700"] स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, जा सकती थी सैकड़ों बच्चों की जान?[/caption] इस पूरे मामले पर उकलाना सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर राजेश का कहना है कि उन्हें फोन पर इस प्रकार की सूचना मिली। जिसकी जांच की जा रही है। डॉ. राजेश ने कहा कि अभी वह किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं, लेकिन पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है। जब डॉक्टर राजेश से एक्सपायरी डेट की गोलियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास तो सभी नई दवाइयां हैं। यह एक्सपायरी डेट की दवाई कहां से आई उन्हें नहीं पता, लेकिन इसकी जांच की जाएगी और जो दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह भी पढ़ें: एक ही परिवार के पांच लोगों को मिली दर्दनाक मौत