हिमाचल में सरकार ने स्कूलों का किया बेड़ा गर्क, जनता हमें दे एक मौका: सिसोदिया
शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। गर्मी के मौसम के साथ साथ हिमाचल की ठंडी वादियों में सियासी पारा भी चढ़ रहा है। इस बार आम आदमी पार्टी ने भी पंजाब में मिली सफलता के बाद हिमाचल में चुनावी ताल ठोकी है।
बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के बीच जुबानी जंग जारी है। वैसे हिमाचल में दो दलों का वर्चस्व रहा है, लेकिन पंजाब की जीत के बाद आप खासी उत्साहित है और हिमाचल में अपने लिए जमीन तालाश रही है। दिल्ली से आम आदमी पार्टी के नेताओं का आना जाना लगा हुआ है।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज शिमला पहुंचे। बहाना तो हिमाचल की शिक्षा व्यवस्था के बदतर हाल पर जनता से सीधा संवाद करने का था, लेकिन निशाना हिमाचल विधानसभा चुनाव और सरकार पर था। संवाद में अधिकतर लोग आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता ही थे। मनीष सिसोदिया ने हिमाचल की शिक्षा व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।
मनीष सिसोदिया ने संवाद के बाद मीडिया के माध्यम से हिमाचल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को दयनीय बताया। उन्होंने कहा की हिमाचल सरकार ने सरकारी स्कूलों का बंटाधार कर दिया है। निजी स्कूलों को मनमानी लूट की खुली छुट दे रखी है। दिल्ली में यदि पांच साल में सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधार सकती है तो हिमाचल में क्यों नहीं, जनता 'आप' को पांच साल का वक़्त दे यदि शिक्षा की स्थिति में सुधार न हुआ तो अगली बार वोट मत देना।
हिमाचल के आठ हजार स्कूलों में एक या दो टीचर है, जबकि दस हजार स्कूल एक या दो कमरों में चल रहे है। बीजेपी केवल लड़ाई झगड़े करवाने में विश्वास रखती है। काम करने में विश्वास नही रखती है। मनीष सिसोदिया अपनी बात कहकर पत्रकारों के सवाल सुने बिना निकल गए। इतना जरूर कहा की जल्द ही हिमाचल में कार्यकारिणी का गठन करेगी। फिलहाल आप अभी हिमाचल में बिना दूल्हे की बारात लेकर घूम रही है।