बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद बिहार सरकार चारों तरफ से घिरी हुई नजर आ रही है। जहरीली शराब से मौतों के मामलों में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। छपरा समेत दूसरे जिलों में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या अब तक 60 पहुंच चुकी है।
लगातार हो रही मौतों के बीच सियासत भी शुरू हो गई है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराब से मौत पर मुआवजा नहीं है। उन्होंने एक बार फिर कहा कि जो शराब पियेगा, वह मरेगा ही। लोग शराब पीकर मरें और हम मुआवजा दें ऐसा हो ही नहीं सकता, अगर कोई शराब पीकर मर जाता है, तो उसके प्रति दया नहीं रखनी चाहिए। लोगों को शराब पीने से मना करना चाहिए।
बीजेपी के नेता शराब से हुई मौतों के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार बता रहे हैं और उनसे लगातार इस्तीफे की मांग पर कर रहे हैं। बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार से उनकी टिप्पणी पर माफी मांगने के लिए कहा है। सुशील मोदी ने कहा कि विधानसभा में नीतीश कुमार के व्यवहार में शालीनता नहीं दिखाई। उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
बता दें कि बिहार के छपरा स्थित हनुमानगंज में 12 दिसंबर को शराब पार्टी के बाद कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद 53 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही आसपास के जिलों में भी शराब पीने से कुछ लोगों लोगों की मौत हुई है। अब तक कुल 60 लोगों की मौत हो चुकी है। बिहार विधानसभा में इसको लेकर हंगामा जारी है।