देश में आयुर्वेद को बढ़ावा देने में हरियाणा का अहम योगदान, मैं खुद इसका मुरीद- मनोहर लाल
ब्यूरो: चंडीगढ़ के सेक्टर 46 में श्री धन्वंतरी आयुर्वेद कॉलेज में तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आयुर्वेद से जुड़ी कई हस्तियां शामिल हुई। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी खास तौर पर शिरकत की। इसके अलावा कार्यक्रम में आयुर्वेद से जुड़े लोग, वैद्य, छात्र और आम लोग पहुंचे थे।
इस मौके पर सीएम ने कहा कि आजकल मेडिकल या आयुर्वेद के छात्र खुद को वैद्य कहलाना पसंद नहीं करते। डाक्टर कहलाना पसंद करते हैं। पहले शिक्षा और चिकित्सा सबको मिलती थी। फिर इसमें पैसे का चलन शुरू हो गया । लोगों को लगने लगा कि अगर पैसे देकर कोई काम करवाया तो बेहतर हो सकता है। आयुर्वेद सबसे बेहतर चिकित्सा पद्धति है। एलोपैथी में हम एक बीमारी का इलाज करवाते हैं और दूसरी बीमारी लग जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें कुरुक्षेत्र में कृष्णा आयुर्वेद विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है। जिसके लिए 100 एकड़ भूमि मंजूर हो चुकी है। हमें इसके लिए एक कुलपति की तलाश है। एक समय में देश में अनाज की कमी थी और आज हम अनाज एक्सपोर्ट करते हैं। लेकिन उत्पादन बढने के साथ साथ इसमें फर्टीलाइजर नाम की कमी आ गई। जिससे कई बीमारियां फैल रही हैं। हमें अब यूटर्न लेना होगा। हमें प्राकृतिक खेती की और जाना होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार एक किलो चावल उगाने में तीन हजार लीटर पानी इस्तेमाल होता है।
आयुर्वेद आयु बढ़ाने का वेद है। हम आज हर गरीब परिवार को 5 लाख रुपए इलाज के लिए दे रहें है। हमने आय सीमा बढ़ाकर 1 लाख 80 रुपए कर दी। हम 37 लाख परिवारों को अलग अगल योजनाओं के तहत स्वास्थ्य लाभ दे रहे हैं। गरीब लोगों के हैल्थ टेस्ट सरकार की ओर से करवाए जा रहे हैं। जिसमें बीमारी बढ़ने से पहले उसकी पहचान कर उसका इलाज शुरू किया जा सके।
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