Haryana: युवाओं का विदेश जाने का सपना होगा साकार, हरियाणा का विदेश सहयोग विभाग करेगा मदद
चंडीगढ़: विदेशों में लगातार कबुतरबाजी का शिकार हो रहे लोगों को अब ठगी से बचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित विदेश सहयोग विभाग (एफसीडी) युवाओं के सपनों का साकार कर रहा है। इस विभाग का असर भी दिखाई देने लगा है यूके के चारों देश इंग्लैंड, स्काटलेंड उत्तरी आयरलेंड, वेल्स, इजराइल, फिनलैंड, जापान, उज्बेकिस्तान, युएई व रूस जैसे देशों से कामगार लोगों की डिमांड आने लगी है। काम के लिए बाहर जाने वाले युवाओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए विभाग लगातार दूसरे देशों की सरकार के संपर्क में भी रहेगा। विभाग का लक्ष्य विदेशी प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान करके राज्य और उसके लोगों के सामाजिक-आर्थिक कल्याण में सुधार करना है।
खास बात यह है कि सरकार विदेश जाने के लिए बकायदा विज्ञापन के जरिए आवेदन मांग रही है और एचकेआरएन के माध्यम से ही भर्ती की जा रही है। एचकेआरएन के माध्यम से लगभग 14 हजार युवाओं को इंग्लैंड, स्कॉटलैंड उत्तरी आयरलैंड, वेल्स, इजराइल, फिनलैंड, जापान, उज्बेकिस्तान, युएई और रूस भेजा जाएगा। इजराइल जाने के लिए सरकार की ओर से रोहतक के एमडीयू कैंपस में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें अभी तक 8 हजार 173 आवेदन मिल चुके हैं। 16 जनवरी से शुरू हुआ यह अभियान 20 जनवरी तक जारी रहेगा। इस पूरे अभियान के लिए इजरायल से 15 सदस्यीय एक दल हरियाणा में भी पहुंच चुका है। युवाओं को इजराइल सरकार हेल्थ इंश्योरेंस के साथ, खान पान, रहने की सुविधा और प्रतिमाह 16,515 रुपए बोनस के साथ 1.37 लाख रुपए की सैलरी देगी।
युवाओं को रोजगार देना व कबूतरबाजी से बचाना सरकार का लक्ष्य: अंशज सिंह
इस बारे में एफसीडी के निदेशक डा. अंशज सिंह का कहना है कि हरियाणा से बड़ी संख्या में योग्य युवा विदेश जाते हैं। कईं बार वे बिचौलियों के चक्कर में फसकर ठगी का शिकार हो जाते हैं। मगर अब ऐसा नहीं होगा। प्रदेश सरकार की एजेंसी एचकेआरएन व केंद्र के सहयोग से युवा विदेश जाएंगे। इसके लिए हरियाणा सरकार विशेष अभियान चला रही है। विदेशों से बड़ी संख्या में युवाओं के लिए डिमांड मिल रही है। सरकार की ओर से भी ऐसे युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है जो विदेश जाने के इच्छुक हैं।
एचकेआरएन विदेश में रोजगार देने के लिए पहले ही विज्ञापन जारी कर चुका है। इस विज्ञापन में बकायदा किस देश में क्या रोजगार है व कितना वेतन दर्शाया गया है। यूके में 2500 हेल्थकेयर, नर्स की आवश्यकता है तो इजराइल में 10 हजार कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की डिमांड है। इसके अलावा फिनलैंड, यूएई, उज्बेकिस्तान से ड्राइवर से लेकर फिटर व दूसरे टेक्निकल पदों के लिए डिमांड आई है।
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