अभय चौटाला ने सदन में सरकार घेरा, कहा: आज भी अस्पतालों में 51 प्रतिशत स्टाफ की कमी...कैसे करेंगे ओमिक्रोन का मुकाबला
चंडीगढ़: 22 दिसंबर: ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने बुधवार को विधानसभा सत्र के चौथे और आखिरी दिन ओमिक्रोन पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सदन में दिए गए जवाब पर बोलते हुए कहा कि जिलेवार अस्पतालों की क्या स्थिति है, कितना स्टाफ है, कितने बेड हैं और अन्य इंतजाम क्या किए हैं? अभय सिंह चौटाला ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को अपने जवाब में यह भी बताना चाहिए था कि डब्ल्यूएचओ के मुताबिक मुताबिक एक हजार की आबादी पर तीन बेड होने चाहिए जबकि नेशनल हेल्थ पॉलिसी उसके मुताबिक एक हजार की आबादी पर दो बेड का ही प्रावधान किया गया है। [caption id="attachment_560721" align="alignnone" width="300"] फाइल फोटो[/caption] हरियाणा में दो करोड़ 90 लाख की जनसंख्या है, जिसके आधार पर 58 हजार बेड का प्रावधान किया जाना है, लेकिन ओमिक्रोन मरीजों के लिए सिर्फ 20 हजार 21 बेड ही उपलब्ध हैं। यही कारण है कि कोरोना की दूसरी लहर में अधिकतर मरीजों को बेड नहीं मिल पाया था जिस कारण उनकी मृत्यू हो गई थी। अभय सिंह चौटाला ने विधायक जगदीश नैयर का उदाहरण देते हुए कहा कि इनके परिवार के दो सदस्यों की कोरोना के दौरान मृत्यु हो गई थी। उन्हें बेड नहीं मिल रहा था जिस कारण विधायक ने उनसे संपर्क कर बेड मुहैया करवाने के लिए मदद मांगी थी। अगर एक विधायक की यह हालत थी तो आम आदमी का क्या हुआ होगा। [caption id="attachment_560750" align="alignnone" width="300"] फाइल फोटो[/caption] अभय चौटाला ने दूसरा उदाहरण कैथल के सिविल अस्पताल का देते हुए कहा कि एक लड़के की बनाई गई वीडियो से पता चलता है कि हालात इतने बदतर थे। मरीज शौचालय के अंदर और बाहर फर्श पर गंदगी में पड़े थे। अस्पताल के हालात इतने भयावह थे कि एक मरीज के दोनों हाथ पैर बांधे हुए थे जो बुरी तरह से तड़प रहा था। वहीं, एक महिला बैड के नीचे पड़ी चिल्ला रही थी बाद में उसकी मौत हो गई, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री ने स्वयं यह स्वीकार किया है कि प्रदेश में किसी भी कोरोना के मरीज की जान ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं गई, अभय सिंह चौटाला ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से गुरूग्राम में 13, हिसार में पांच और रेवाड़ी में चार को मिला कर 22 मरीजों की जान गई है।अभय सिंह चौटाला ने सदन में कहा कि हरियाणा के अस्पतालों में आज भी 51 प्रतिशत डॉक्टर और पैरामैडिकल स्टाफ की कमी है। ऐसे में सरकार ओमिक्रोन का मुकाबला कैसे करेगी। [caption id="attachment_560759" align="alignnone" width="300"] अभय सिंह चौटाला[/caption] बीजेपी ने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने का वायदा किया था। सरकार को बने सात साल हो गए हैं। सरकार बताए की अब तक कितने मेडिकल कॉलेज बने। केंद्र सरकार ने नवम्बर 2021 में 19 राज्यों को लगभग 8453 करोड़ की हैल्थ ग्रांट जारी की थी, लेकिन हरियाणा सरकार की ओरर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को कोई प्रोपोजल न भेजने के कारण एक पैसा भी नहीं मिला। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में लॉकडाऊन के दौरान आपदा में अवसर ढूंढते हुए भाजपा सरकार के रसूखदार लोगों ने मिलीभगत कर शराब, रजिस्ट्री और धान घोटाले तक कर डाले। उन्होंने कर्मचारियों के महंगाई भत्ते का मुद्दा भी सदन में उठाया और मांग करते हुए कहा कि 2021 की महंगाई भत्ते की किस्त तुरंत जारी की जाए।