जेल में बंद कैदी ने IIT की परीक्षा में हासिल की 54वीं रैंक, वैज्ञानिक बनने का है सपना
हत्या के आरोप में जेल में बंद एक युवा कैदी सूरज कुमार उर्फ कौशलेंद्र ने आईआईटी (IIT) की ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (JAM-जैम) की परीक्षा में सफलता हासिल की है। आईआईटी रुड़की (IIT Rurkee) द्वारा आयोजित इस परीक्षा में सूरज कुमार ने ऑल इंडिया में 54वीं रैंक हासिल की है। सूरज ने अपनी सफलता का श्रेय पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे तथा अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है। सूरज कुमारने ना सिर्फ अच्छे अंक हासिल किए बल्कि ऑल इंडिया में 54वां रैंक प्राप्त किया। सूरज करीब 11 महीने से जेल में बंद है और जेल से ही सेल्फ स्टडी कर रहा है। जेल से ही तैयारी करते हुए सूरेंद्र ने आईआईटी जॉइंट इंडियन टेस्ट फॉर मास्टर (IIT JAM) परीक्षा की तैयारी की और उसे उत्तीर्ण भी कर लिया। IIT के द्वारा हर साल JAM परीक्षा का आयोजन किया जाता है। यह एक एंट्रेंस एग्जाम है, जिसके माध्यम से 2 वर्षीय MSc प्रोग्राम (मास्टर्स कोर्स) में दाखिला मिलता है। विचाराधीन बंदी सूरज वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है। दरअसल नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के मोसमा गांव में रास्ता विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। अप्रैल 2021 को हुई मारपीट में संजय यादव बुरी तरह जख्मी हो गए थे। इलाज के लिए पटना ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गई थी। तब मृतक के पिता बासो यादव ने सूरज, उसके पिता अर्जुन यादव समेत नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। 19 अप्रैल 21 को पुलिस ने सूरज समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, तभी से सूरज जेल में बंद है। खास बात ये है कि सूरज ने पिछले साल भी इस परीक्षा को पास किया था और उसे ऑल इंडिया में 34वीं रैंक मिली थी, लेकिन ऐन वक्त पर मर्डर की इस घटना में वो फंस गया। जेल जाने के बाद भी सूरज के हौसले कम नहीं हुए और आज उसने जेल में रहते हुए यह कारनामा फिर से कर दिखाया है। जारी रिजल्ट में सूरज को ऑल इंडिया में 54वींं रैंक हासिल हुई है। इसके साथ ही वह अब आईआईटी रुड़की में एडमिशन लेकर मास्टर डिग्री कोर्स कर सकेगा। परिवार के लोग बताते हैं कि सूरज का सपना वैज्ञानिक बनने का है।