कथक सम्राट बिरजू जी महाराज का निधन, 83 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मशहूर कथक नर्तक और पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से सम्मानित पंडित बिरजू महाराज (Pandit Birju Maharaj) का 83 साल की उम्र में हार्ट अटैक (Heart Attack) से निधन हो गया। कथक सम्राट बिरजू महाराज का निधन संगीत जगत के लिए बड़ी क्षति है। उनके निधन की सूचना सबसे पहले उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने लिखा, ‘बहुत ही गहरे दुख के साथ हमें बताना पड़ रहा है कि आज हमने अपने परिवार के सबसे प्रिय सदस्य पंडित बिरजू जी महाराज को खो दिया। 17 जनवरी को उन्होंने अंतिम सांस ली। मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें।’ बिरजू जी महाराज के निधन पर पीएम मोदी के साथ साथ देशभर ने सोशल मीडिया पर शोक प्रकट किया।
कथक के पर्याय रहे बिरजू महाराज देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय नर्तक थे। वे भारतीय नृत्य की कथक शैली के आचार्य और लखनऊ के 'कालका-बिंदादीन' घराने के प्रमुख थे। बिरजू महाराज ने दिल्ली स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली।
बिरजू महाराज कथक नर्तक होने के साथ-साथ शास्त्रीय गायक भी थे। बिरजू महाराज ने कथक नृत्य को नई ऊंचाइयां दी हैं। उन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी थी।