पिता की नौकरी छूट जाने पर वित्तीय संकट में थे ये खिलाड़ी, खेल मंत्री ने दिए 5-5 लाख
नई दिल्ली। खेल मंत्रालय उत्तर प्रदेश के मुक्केबाज़ सुनील चौहान और उनके भाई तीरंदाज नीरज चौहान को वित्तीय सहायता देने के लिए आगे आया है। ये दोनों खिलाड़ी कोविड महामारी के कारण अपने पिता की नौकरी छूट जाने के बाद वित्तीय संकट का सामना कर रहे थे। इनके पिता परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य हैं। पिता की नौकरी छूट जाने के बाद परिवार के पालन पोषण के लिये दोनो खिलाड़ी सब्जियां बेचने के लिए मजबूर थे। यह भी पढ़ें: हरियाणा में बाहरी राज्यों के किसान भी बेच सकेंगे धान यह भी पढ़ें: सिरसा में किसानों पर वाटर कैनन का प्रयोग मामले का संज्ञान लेते हुए और परिवार की वित्तीय स्थिति को देखते हुए, केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री किरेन रिजीजू ने खिलाड़ियों के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय कल्याण कोष के तहत प्रत्येक एथलीट को 5 लाख रुपये की पूर्व-अनुदान वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है। तीरंदाज नीरज चौहान ने सीनियर तीरंदाजी चैंपियनशिप-2018 में 50 मीटर तीरंदाज़ी प्रतियोगिता में रजत पदक जीता है और 65 वें राष्ट्रीय स्कूल खेल-2020 में पदक जीता है। उनके भाई सुनील चौहान मुक्केबाज़ हैं और उन्होंने खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल- 2020 में स्वर्ण पदक जीता है। मुक्केबाज़ सुनील चौहान से जब वित्तीय सहायता के बारे में संपर्क किया गया, तो उन्होंने इस खबर से रोमांचित होते हुए कहा: "वित्तीय सहायता से मुझे और मेरे परिवार को काफी मदद मिलेगी और हम इस ज़रूरत के समय पर हमारी मदद करने के लिए मंत्री जी के प्रति आभारी हैं।"
बता दें कि कोई भी ज़रूरतमंद खिलाड़ी जो वित्तीय संकट में है, खेल मंत्रालय की वेबसाइट के माध्यम से सहायता के लिए आवेदन कर सकता है या myasoffice@gmail.com पर भी लिख सकता है।