शिमला में दो शावकों के साथ घर के आंगन में घूमती नजर आई मादा तेंदुआ, देखें वीडियो
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक बार फिर से मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ नजर आई। मादा तेंदुआ को दो शावकों के साथ घर के बाहर शिकार की तलाश में देखा गया। मादा तेंदुआ और उसके शावकों की तस्वीरें घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सीसीटीवी में मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ बाहर घूमते हुए देखी जा सकती है। शिमला शहर में लगातार तेंदुए दिखने से लोगों में दहशत फैली हुई है। जानकारी के अनुसार, शिमला में घनाहटी के पनेश गांव में यह मादा तेंदुआ नजर आई है। लोगों ने वन विभाग से मादा तेंदुआ को पकड़ने की मांग की है। लोगों में इतना खौफ कि वो दिन के समय बच्चों को घर से बाहर भेजने में भी डर रहे हैं। पहले भी राजधानी शिमला में तेंदुए दो बच्चों को अपना शिकार बना चुके हैं। पहली घटना शिमला के डाउन डेल शेत्र में घटी थी, जहां पिछले साल दीवाली की रात एक तेंदुआ बच्चे को उठाकर ले गया था और उसे अपना शिकार बनाया था। वहीं, शिमला के कनलोग के पास भी एक मजदूर की बच्ची को तेंदुआ आंगन से उठाकर ले गया था। शहर में कई जगह तेंदुए रिहायशी क्षेत्रों में घूमते हुए नज़र आने लगे। जुब्बड़हट्टी और सुजना गांव के लोगों ने वन विभाग से रिहाइयशी इलाकों की बाड़बंदी करने की मांग की है ताकि, जंगली जानवर गांव में ना आएं। पहाड़ी क्षेत्रों में जंगलों के अवैध कटान और मानवीय रिहायशी इलाकों के बढ़ने से इन जंगली जानवरों के आवास खतरे में हैं। ऐसे में ये भोजन की तलाश में शहरों का रुख कर रहे हैं। आम तौर पर देखा जाता है कि शिकार की तलाश में तेंदुआ घूमता रहता है। शिमला शहर में आवारा कुत्ते और बेसहारा पशु बहुत संख्या में हैं। इन्हें अपना शिकार बनाने के लिए तेंदुए रिहाइयशी इलाकों में घुसपैठ करते रहते हैं।