Fri, Apr 19, 2024
Whatsapp

NHM कर्मचारियों ने करवाया मुंडन, चुनाव में सरकार के खिलाफ प्रचार की दी चेतावनी

Written by  Arvind Kumar -- February 11th 2019 02:27 PM -- Updated: February 11th 2019 02:38 PM
NHM कर्मचारियों ने करवाया मुंडन, चुनाव में सरकार के खिलाफ प्रचार की दी चेतावनी

NHM कर्मचारियों ने करवाया मुंडन, चुनाव में सरकार के खिलाफ प्रचार की दी चेतावनी

चंडीगढ़। एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल आज सातवें दिन में प्रवेश कर गई। एनएचएम के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले 6 दिनों से धरनारत हैं। लेकिन इसे एक विडम्बना कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि हमारी हिन्दू संस्कृति के अनुसार घर परिवार में जब किसी का निधन होता है तो मुंडन करवाया जाता है, लेकिन गुरुग्राम और रेवाड़ी सहित कई जिलों में लगातार 6 दिन से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों को मुंडन करवाना पड़ा। एनएचएम कर्मचारियों ने यह तरीका इसलिए अपनाया ताकी सरकार उनकी आवाज सुने।

मुंडन करवाने के बाद कर्मचारियों ने कहा कि जब बड़ों का साया सिर से उठ जाता है तो मुंडन करवाना पड़ता है। इन्हें भी ऐसा लगा है कि इन कर्मचारियों के सिर से सरकार का साया उठ गया है। जिसके चलते विरोध स्वरूप इन्होंने मुंडन करवाया है। इनके अनुसार बहुत से ऐसे कर्मचारी हैं जो रिटायरमेंट के कगार पर आ गए हैं लेकिन उन्हें नियमित नहीं किया गया।
[caption id="attachment_254578" align="aligncenter" width="448"]Employees Strike एनएचएम कर्मचारियों को अब डॉक्टरों का भी साथ मिलने लगा है[/caption] उधर दूसरी ओर एनएचएम कर्मचारियों को अब डॉक्टरों का भी साथ मिलने लगा है। गुरुग्राम में अस्पताल के डॉक्टर ने भी मुंडन करवाया और एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल में शामिल हुए। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है। हड़ताल से टीकाकरण, एंबुलेंस, आंगनवाड़ी एवं स्कूलों में बच्चों के हेल्थ चेकअप जैसे काम प्रभावित हो रहे हैं। [caption id="attachment_254579" align="aligncenter" width="448"]Employees Strike कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है[/caption] यह भी पढ़ेंवित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु का बयान, सभी को ध्यान में रखकर बनाया गया है बजट कर्मचारियों ने आज से क्रमिक अनशन भी शुरू कर दिया और यह तबतक चलेगा जबतक सरकार इनकी मांगे नहीं मान लेती। कर्मचारियों का कहना है कि इसका जवाब वो अब आने वाले 2019 के चुनावों में वोट की चोट से देंगे तब शायद सरकार को इन कर्मचारियों के दर्द का अहसास होगा।

Top News view more...

Latest News view more...