मौसम में बदलाव और बारिश के पैटर्न में आई गड़बड़ी ने पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था को कुछ ही दिनों के अंदर अंदर तबाह करके रख दिया है। पाकिस्तान के हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि संयुक्त राष्ट्र ने भी इस पर चिंता जताई है। एक अनुमान के मुताबिक पाकिस्तान में आई बाढ़ में अब तक करीब 20 लाख एकड़ में फैली फसल बर्बाद हो गई है। 7 लाख के करीब पशुधन मारा जा चुका है और 3 हजार किलोमीटर की सड़कें पूरी तरह से तबाह हो गई है।
पाकिस्तान में क्यों बने ये हालात ?
पाकिस्तान में आई इस बाढ़ की वजह भारी बारिश है जिसने पिछले करीब 30 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आम तौर पर पाकिस्तान में मौसम के इस दौर में 130 मिलीमीटर की बारिश होती है लेकिन इस बार करीब 385 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है। वहीं आने वाले सितंबर महीने में भी मौसम विभाग के मुताबिक मौसम का ये कहर जारी रहने वाला है।
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पाकिस्तान में बाढ़ से बिगड़े हालात[/caption]
पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से अब तक 1 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत की खबर है जबकि लाखों लोग इस आपदा में बेघर हो गए हैं। बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन को पाकिस्तान में आई इस आपदा की सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक धरती के तापमान में करीब 1 डिग्री से भी ज्यादा का इजाफा हुआ है जिससे ज्यादातर एशियाई देशों में सामान्य से 5 फीसदी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।
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पाकिस्तान में बाढ़ से लाखों लोग बेघर[/caption]
पूरी दुनिया पाकिस्तान में आई इस तबाही को लेकर चिंता जाहिर कर रही है और पाकिस्तान भी दूसरे देशों से मदद की आस लगा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान में आई प्राकृतिक आपदा पर चिंता जताई है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख अगले हफ्ते पाकिस्तान की यात्रा पर आ रहे हैं जो यहां मौजूदा हालात का जायजा लेंगे।
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बाढ़ के पानी में डूबा एक तिहाई पाकिस्तान[/caption]
इस बीच पाकिस्तान में बारिश का दौर अभी भी जारी है। सितंबर महीने में भी मौसम विभाग के मुताबिक ये दौर जारी रहेगा और संयुक्त राष्ट्र ने अब तक पाकिस्तान के लिए 3 मिलियन डॉलर का फंड रिलीज किया है। वहीं पाकिस्तान में सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल यानि नेशनल एमरजेंसी की घोषणा कर दी है और हालात जल्द ठीक होने की उम्मीद जताई है।