मायावती बोलीं- मोदी सरकार की नैया डूब रही, RSS ने भी छोड़ा साथ
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पीएम मोदी की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे मोदी के पसीने छूट रहे हैं।
मायावती ने कहा कि जनता को बरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए। जनता ने ऐसे बहरुपियों से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं। ऐसा साफ लगता है। यह भी पढ़ें : कांग्रेस कह रही ‘हुआ तो हुआ’, जनता कह रही ‘अब बहुत हुआ’ : मोदी [caption id="attachment_295076" align="aligncenter" width="700"]पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं। — Mayawati (@Mayawati) May 14, 2019
मायावती ने कहा कि स्वंयसेवक चुनाव में कहीं मेहनत करते नजर नहीं आ रहे हैं[/caption]
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि रोडशो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है जिसपर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी द्वारा उम्मीद्वार के समर्थन में रोडशो आदि किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये।
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साथ ही किसी भी उम्मीदवार को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव प्रचार पर बैन लगाने के दौरान यदि वह आम स्थान पर मन्दिरों आदि में जाकर पूजा-पाठ आदि करता है व उसे मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाता है तो उस पर भी रोक लगनी चाहिये। आयोग इसपर भी कुछ कदम जरूर उठाए।