मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आगमी तीन माह में 15 नए मिनी पिकू स्थापित किये जाने की उम्मीद जताई। मुख्य मंत्री ने जिला गोरखपुर स्थित जंगल कौडिय़ा सीएचसी में सोमवार को आयोजित मिनी पीकू (बाल चिकित्सालय) सेंटर के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जंगल कौड़िया और चरगांवा सीएससी में खुले मिनी पीकू से लगभग पांच लाख की आबादी को राहत मिलेगी। मुख्मंत्री ने बताया कि इस क्षेत्र ने लंबे समय तक मस्तिष्क ज्वर को झेला है। 1977- 78 से लेकर 2017 तक 50 हजार बच्चों की मौत हुई। 2017 में सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि की। मिनी पिंकू का निर्माण कराया गया। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान अन्य अभियानों की वजह से स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा की गई। जिसकी वजह से इंसेफलाइटिस से मौत पर 96 प्रतिशत तक नियंत्रण हो गया है। पहले प्रतिवर्ष 12 से 15 सौ मौतें होती थी, अब यह संख्या लगभग शून्य पर पहुंच चुकी है। इसी क्रम में 15 सीएचसी पर मिनी पीकू के निर्माण का निर्णय लिया गया है। इस दौरान योगी ने 31 वर्ष से बंद चल रहे खाद कारखाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नया जीवन दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि 31 वर्ष से बंद चल रहे खाद कारखाना को पीएम नरेंद्र मोदी ने नया जीवन दिया। इस कारखाने का निर्माण हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (यूआरएल) ने किया है। यह कारखाना अपनी क्षमता का सौ प्रतिशत उत्पादन भी कर रहा है, उत्तर प्रदेश से बिहार वअन्य राज्यों को खाद भेजा जा रहा है। उन्होंने ने बताया कि पिछले एक वर्षों से राज्य के किसानों के सामने खाद की समस्या खत्म हो गई है। एचयूआरएल खाद उत्पादन के अलावा अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी कर रहा है। इस अवसर पर उन्होंने जनमानस को होली की शुभकामनाएं भी दी।