स्कूल बंद करने के सरकार के फैसले पर भड़की निजी स्कूल एसोसिएशन
भिवानी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कक्षा 1 से 8 तक सभी स्कूल बंद किये जाने के आदेश दिए हैं। उन आदेशों का अब निजी स्कूल संचालक खुलकर विरोध कर रहे हैं। निजी स्कूल संचालकों ने प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेश स्तरीय एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामावतार शर्मा की अगुवाई में आयोजित इस बैठक में प्रदेश सरकार पर स्कूलों की अनदेखी के आरोप जड़े। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने उनके प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बिना ही स्कूलों में 30 अप्रैल तक बन्द करने का आदेश दे दिए। जिसका वे विरोध करेंगे। [caption id="attachment_488270" align="aligncenter" width="700"] स्कूल बंद करने के सरकार के फैसले पर भड़की निजी स्कूल एसोसिएशन[/caption] यह भी पढ़ें- देशभर में लागू होगी स्वामित्व योजना, 24 अप्रैल को पीएम मोदी करेंगे शुभारंभ यह भी पढ़ें-किसानों के मसले पर केंद्रीय कृषि मंत्री को खत लिखेंगे अनिल विज [caption id="attachment_488271" align="aligncenter" width="1600"] स्कूल बंद करने के सरकार के फैसले पर भड़की निजी स्कूल एसोसिएशन[/caption] राम अवतार शर्मा ने कहा कि सरकार निजी स्कूलों पर अपने आदेश थोप कर उन्हें बन्द करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकारी अपनी बात थोप देते हैं जिसकी मुख्यमंत्री व मंत्रियों को जानकारी तक नहीं होती। उन्होंने कहा कि वे अब सोमवार से स्कूलों में कोई छुट्टी नहीं करेंगे बल्कि व्यवस्था दुरुस्त करके स्कूलों को खोलेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार 1 से 8 तक के स्कूल बंद करने की बात कह रही है क्या 10वीं के बच्चे को कोरोना नहीं हो सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल से प्रदेश भर में बोर्ड की परीक्षा है। ऐसे में बच्चे उनके स्कूलों में परीक्षा देने के लिए आएंगे जब उनके स्कूलों में कोरोना का खतरा है तो क्या उन बच्चों को कोरोना नहीं हो सकता। उन्होंने ऐलान किया कि वे बोर्ड परीक्षा में भी बोर्ड का साथ नहीं देंगे और परीक्षा के संचालन में कोई सहयोग उनकी तरफ से नहीं होगा। [caption id="attachment_488268" align="aligncenter" width="700"] स्कूल बंद करने के सरकार के फैसले पर भड़की निजी स्कूल एसोसिएशन[/caption] रामावतार शर्मा ने कहा कि इसी कड़ी में 12 अप्रैल को वे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ से मुलाकात करेंगे और अपनी तकलीफ उन्हें बताएंगे। उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल को वे पूरे प्रदेश में अपने स्कूलों के बसों की चाबियां डीसी को सौप देंगे और पूरा दिन डीसी कार्यालय के बाहर सांकेतिक रूप से धरना भी देंगे।