पीएम मोदी को प्रियंका गांधी की चिट्ठी, कहा: किसानों के कातिलों के साथ मंच साझा करना हत्यारों को संरक्षण
चंडीगढ़: भले ही गुरू पर्व के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने कर ऐलान कर दिया है, लेकिन इस पर पक्ष-विपक्ष में अभी भी तकरार जारी है। अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi ) ने कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर लखीमपुर खीरी कांड में पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम को चिट्ठी लिखकर लखीमपुर हिंसा केस (Lakhimpur violence) में पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। प्रियंका ने कहा कि मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों को कुचला है। यह क्रूरता पूरे देश ने देखी है। ऐसे मंत्री को हटाया जाना चाहिए। आपका ऐसे मंत्री के साथ मंच साझा करना लखीमपुर नरसंहार के कातिलों को संरक्षण देता है। प्रियंका गांधी ने अपनी चिट्ठी को ट्वीटर पर भी शेयर किया है। लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा कि अगर किसानों को लेकर आपकी नीयत साफ है, तो अमित शाह और योगी आदित्यनाथ मंत्री अजय मिश्रा के साथ मंच साझा न करें। यह पीड़ित किसानों के परिवारों का अपमान है। उन्हें न्याय तभी मिलेगा, जब आरोपियों को बचाया नहीं जाएगा, इसलिए सबसे पहले मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करें। योगी सरकार के मंत्री ने लगाया गुमराह करने का आरोप पीएम मोदी को प्रियंका गांधी के द्वारा लिखे पत्र पर यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा का बयान भी आया है। उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस को यूपी की जनता 32 साल पहले ही नकार चुकी है उस कांग्रेस के महासचिव उत्तर प्रदेश की जनता को घूम-घूम कर गुमराह करने का काम कर रही हैं। कांग्रेस अपनी जमीन खो चुकी हैं। प्रियंका गांधी बताएं कि वह इस बार कहां से चुनाव लड़ेंगीं। आज उत्तर प्रदेश में कानून का राज है।