शानदार रही संजू सेमसन की कप्तानी, लेकिन अभी बहुत कुछ सीखना बाकी
इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें संस्करण में राजस्थान रॉयल्स का अभी तक का प्रदर्शन बेहद ही शानदार रहा है। कप्तान संजू सैमसन की अगुआई में राजस्थान की टीम 2019 के बाद पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाने के बेहद करीब है। टीम ने अभी तक कुल 13 मैच खेले हैं और 8 में जीत दर्ज की है। राजस्थान के कुल 16 अंक हैं और वह दूसरे पायदान पर कायम हैं। राजस्थान के इस सीजन किए गए शानदार प्रदर्शन का श्रेय काफी हद तक कप्तान संजू सैमसन को जाता है। जिनकी बेहतरीन रणनीति अभी तक काफी कारगार रही है। यही नहीं उन्होंने बल्ले से भी संतोषजनक प्रदर्शन किया है। संजू सैमसन ने इस सीजन 13 मैचों में 153.41 की स्ट्राइक रेट से 359 रन बनाए है। इस दौरान उन्होंने दो अर्धशतक भी जड़े। स्पिन जोड़ी को बखूबी किया इस्तेमाल संजू सैमसन इस साल रणनीति के अलावा टीम चयन में भी इक्कीस साबित हुए। इस सीजन के लिए मेगा नीलामी में संजू ने टीम प्रबंधन के साथ दो दिग्गज स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और युज्वेंद्र चहल पर दांव खेला, जो सही साबित हुआ। राजस्थान की इस स्पिन जोड़ी ने आइपीएल के इस सीजन बेहद कमाल का प्रदर्शन किया और संजू ने भी विपक्षी टीमों के खिलाफ इनका बेहद सूझबूझ से प्रयोग किया। ये दोनों गेंदबाज भी उम्मीदों पर खरे उतरे। युज्वेंद्र चहल अब तक 24 और अश्विन 10 विकेट ले चुके हैं। धोनी की तरह कूल माइंड संजू सैमसन की कप्तानी और व्यक्तित्व की एक सबसे खास बात उनका कूल माइंड रहना है। इस आइपीएल में कई बार खराब अंपायरिंग देखने के मिली है। कई बार अंपायरों के खराब फैसले राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ भी गए। लेकिन संजू सैमसन ने कभी अपना आपा नहीं खोया। वह दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह मैदान पर कूल नजर आते हैं, जो उनकी कप्तानी को और ज्यादा खास बनाता है। युवा खिलाड़ियों पर जताया भरोसा संजू सैमसन ने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताया, जो सही साबित हुआ। उन्होंने कुलदीप सेन और रेयान पराग को अंतिम एकादश में जगह दी और उन्हें स्वतंत्र होकर खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। दोनों खिलाड़ी भी उम्मीद पर खरे उतरे। टॉस हारे लेकिन हौंसला नहीं आइपीएल के इस सीजन राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन टॉस के मामले में बेहद ही दुर्भाग्यशाली रहे और लगातार टॉस हारे। लेकिन उन्होंने कभी इस बात की परवाह नहीं की, कि टॉस हारने के बाद विपक्षी टीम क्या चुनती है। जब टीमें टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का फैसला कर रही थी, तब राजस्थान की टीम ने लक्ष्य का भी अच्छी तरह से बचाव किया। ड्रेसिंगरूम का माहौल अच्छा रखा संजू सैमसन ने टीम के मुख्य कोच कुमार संगकारा के साथ ड्रेसिंगरूम का माहौल सही रखा। टीम भले ही मैच हारे या जीते, ड्रेसिंगरूम में माहौल हमेशा ताजगी भरा और खुशनुमा रहा। मैच के बाद सैमसन खिलाड़ियों से बात करते थे और उन्हें तनाव से मुक्त रखने की कोशिश करते थे।
Sanju Samson has been one of the best young captain of this season so far. Defending total is when the captain’s role comes in to play lot more, Rajasthan royals has done this regularly ? — Irfan Pathan (@IrfanPathan) May 16, 2022