रूसी चमगादड़ों में दिखा कोरोना जैसा वायरस, वैक्सीन भी बेअसर...महामारी का रूप लेने की क्षमता
रूसी चमगादड़ों में अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक टीम ने कोरोना वायरस से मिलते जुलते खोस्ता-2 नाम के नए वायरस का पता लगाया है। ये वायरस इंसानों को संक्रमित करने में सक्षम है।इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (ICMR-NIV) पुणे के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ प्रज्ञा यादव के अनुसार, अब तक खोस्ता वायरस अब तक इंसानों के संक्रमित होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।
इस संक्रमण के बारे में रिसर्चर्स के पास अधिक जानकारी नहीं है। ये संक्रमण कितना गंभीर हो सकता है और इंसानों को संक्रमित करने के बाद किस तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, इस बारे में शोधकर्ता जानकारी जुटाने में लगे है।
शोध में सामने आया है कि खोस्ता वायरस के दो प्रकार हैं। खोस्ता वायरस-1 और खोस्ता वायरस-2। ये दोनों वायरस SARS-CoV-1 और 2 से अलग वंश से हैं। TIME मैगजीन की रिपोर्ट के मुताबिक खोस्ता-2 जैसा ही एक खोस्ता-1 वायरस भी है, लेकिन यह इंसानों को संक्रमित नहीं करता, लेकिन खोस्ता-2 वायरस का RBD (रिसप्टर बाइडिंग डोमेन), ACE2 की मदद से मनुष्यों के शरीर में प्रवेश कर सकता है।
खोस्ता-2 वायरस चमगादड़, रैकून, पैंगोलिन, सिवेट जैसे जंगली जानवरों और पक्षियों में फैल रहा है। स्टडी में शामिल माइकल लेटको का कहना है कि नया वायरस भविष्य में महामारी का रूप ले सकता है। कोरोना के साथ मिलने पर इसका संक्रमण खतरनाक साबित हो सकता है, लेकिनदोनों वायरस के मिलने की संभावना काफी कम है।
लेटको ने कहा कि हम लोगों को डराना नहीं चाहते, लेकिन ये चिंता का विषय है। जब कोविड-19 वैक्सीन लगवा चुके लोगों के सीरम के साथ खोस्ता-2 को मिलाया तो वैक्सीन की एंटीबॉडीज वायरस पर बेअसर दिखी। हमारी प्रकृति में ऐसे वायरस घूम रहे हैं जिनमें वर्तमान वैक्सीन को बेअसर करने की क्षमता मौजूद है।