सिंघु बॉर्डर पर हुई किसानों की बैठक, जानिए घर वापसी पर क्या बोले टिकैत
नेशनल डेस्क: सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की अहम बैठक हुई। बैठक में किसान आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। साथही किसान संयुक्त मोर्चा ने एमएसपी, किसानों से केस वापसी जैसे मुद्दों पर सरकार से बातचीत के लिए 5 सदस्यों की कमेटी बनाई है। सूत्रों के मुताबिक सरकार के साथ बातचीत के लिए बनाई गई कमेटी में युद्धवीर सिंह, शिव कुमार कक्का, बलबीर राजेवाल, अशोक धवाले, गुरनाम सिंह चढ़ूनी जैसे नामों पर सहमति बनी है। बैठक के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने आधिकारिक तौर पर बातचीत के लिए नहीं बुलाया है। अगर बातचीत के लिए बुलाया जाता है, तो यही 5 लोग बातचीत के लिए जाएंगे। टिकैत ने एक बार फिर दोहराया कि अभी आंदोलन खत्म नहीं होगा। हम कहीं नहीं जा रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा बनाई गई पांच सदस्यों की कमेटी का मकसद सरकार से सिर्फ अपनी मांगों को लेकर के बातचीत करना है न कि केंद्र सरकार की तरफ से जो 5 सदस्यों की कमेटी एमएसपी को बनाने के लिए दी गई थी, उनसे इसका कोई लेना देना नहीं है, जब तक किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं होंगे उनको मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन वापस नहीं होगा। इसके साथ ही बैठक में किसान मोर्चा की तरफ से आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 702 किसानों की लिस्ट कृषि सचिव को सौंपी गई। बैठक में एमएसपी और किसानों पर दर्ज केस वापस लेने को लेकर बातचीत हुई। साथ ही इस बात का भी फैसला हुआ कि आंदोलन अभी खत्म किया जाए, या जारी रखा जाए। दरअसल, कुछ किसान संगठन कृषि कानून वापस होने के बाद से घर वापसी के समर्थन में हैं। जबकि राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि जब तक एमएसपी और किसानों पर दर्ज मामले वापस नहीं होते आंदोलन खत्म नहीं होगा। किसान मोर्चा की अगली बैठक 7 दिसंबर को होगी।