योगी आदित्यनाथ, अखिलेश और आजम खान ने दिए इस्तीफे, ये है इसकी वजह
उत्तर प्रदेश में सोमवार से मंगलवार के बीच 24 घंटे में तीन बड़े इस्तीफे हुए। ये इस्तीफे योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव और आजम खान के हुए हैं। योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया।
योगी इस बार गोरखपुर शहरी सीट से पहली बार विधायक बने हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव के समय योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद थे। सीएम बनने के बाद 8 सितंबर 2017 को वो निर्विरोध विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे। उन्होंने एमएलसी रहते हुए ही सीएम पद का कार्यकाल पूरा किया। अब उन्होंने विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मिलकर मंगलवार को संसद सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है। अखिलेश यादव आजमगढ़ से 2019 में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। इसके साथ ही, पार्टी के नेता आजम खान ने भी संसद सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है।अखिलेश यादव इस बार यूपी विधानसभा चुनाव में करहल सीट से विधायक चुने गए हैं। अब उन्हों की लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर विधानसभा में विपक्ष की भूमिका निभाने का फैसला किया है।
साल 1993 से ही समाजवादी पार्टी करहल सीट पर जीतती आई है। लेकिन 2002 में बीजेपी ने यहां पर जीत दर्ज की थी। इस बार के विधानसभा चुनाव में सपा अखिलेश यादव की अगुवा में विपक्ष की बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। इसके साथ ही, सपा ने जयंत चौधरी के राष्ट्रीय लोकदल, ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदाव भारतीय समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर योगी आदित्यनाथ को चुनौती देने उतरी थी, लेकिन, अखिलेश यादव के 2012 की जीत को दोहराने की उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया जब अधिकतर एग्जिट पोल में बीजेपी को बड़ी पार्टी के तौर पर दिखाया गया था।
सपा नेता आजम खान ने भी अखिलेश यादव के साथ लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वे रामपुर से लोकसभा सांसद थे। हालांकि, इस बार के विधानसभा चुनाव में वे रामपुर विधानसभा सीट से उतरे थे। इस सीट ने उन्हें फिर जीत मिली है। हालांकि, आजम खान ने विधानसभा में रहने का फैसला किया है। ऐसे में उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। अखिलेश यादव और आजम खान के लोकसभा से इस्तीफों के बाद ये दोनों सीटें खाली हो गई हैं।