कांग्रेस नेता का तंज, बोले- एनडीए का मतलब ही नो डेटा अवेलेबल
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस सरकार का आंकड़ों से सांप-नेवले वाला रिश्ता है। पिछले सात साल में ये दृश्य बड़ा सामान्य हो गया है। वो नौकरियां हो, अर्थव्यवस्था हो, जीडीपी हो, तमाम आंकड़ों से या तो सरकार उन आंकड़ों को छुपाती है या किसी तरह से वो बाहर निकल आएं, तो उनसे छुपती हैँ। उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट में अक्सर लोकसभा और राज्यसभा में ये देखा गया है कि एनडीए का मतलब ही नो डेटा अवेलेबल है। आंकड़े ही नहीं होते हैं, छुपाते हैं, दिखाते ही नहीं - अर्थव्यवस्था पर हो, नौकरियों पर हो, बेरोजगारी पर हो। लेकिन जब बात इंसान की जिंदगी, एक-एक हिंदुस्तानी की जिंदगी से जुड़ी हो, मौत से जुड़ी हो, तब भी अगर आंकड़े छुपाए जा रहे हों, तो ये घोर पाप माना जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा कि अब तक जो संवाद होता था, सरकारों के बीच में, मीडिया के बीच में, तो किसी हादसे में अगर मौत लोगों की हो जाए, तो पत्रकार लोग, आप जैसे लोग, प्रबुद्ध वर्ग के लोग कहते थे, अरे साहब! ये महज एक आंकड़ा नहीं होना चाहिए, ये इंसानी जिंदगी है। नए भारत में तो ये स्थिति आ गई है कि अब ये महज आंकड़ा भी नहीं है। कहाँ बात होती थी कि इंसानी जिंदगी को don't reduce it to mere statistics, अब ये स्थिति आ गई है कि it’s not even a statistics, ना अब एक आंकड़ा भी नहीं। ये है नया भारत। यह भी पढ़ें– दिल्ली के लिए बहाल हुई हरियाणा रोडवेज की बस सेवा यह भी पढ़ें– अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहे इंटरनेशनल कॉल सेंटर का पर्दाफाश दरअसल कांग्रेस नेता कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों के मामले में सरकार पर आरोप लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, तमाम राज्य आपस में प्रतिस्पर्धा में हैं कि कैसे छुपाया जाए, किस काबिलियत से छुपाया जाए आंकड़ो को। उत्तर प्रदेश की स्थिति सबके सामने है। मीडिया के माध्यम से कई बार आई कि किस तरह से लखनऊ में शमशान घाट के आगे व्यू करटेन लगाए जा रहे थे कि लोगों को दिखे नहीं, लोग फोटो ना खींचे और सोशल मीडिया पर ना डालें।