करनाल। करनाल में किसानों और प्रशासन के बीच घंटों चली बैठक में कोई हल नहीं निकला है। अब किसान नेता महापंचायत के लिए रवाना हो गए हैं। किसान नेताओं ने कहा कि हम शांति से अपनी आवाज उठाएंगे। अगर पुलिस लाठी मारेगी तो हम खायेंगे लेकिन सरकार प्रशासन का रुख खराब है। राकेश टिकैत ने कहा जनता फैसला करेगी। वहीं योगेंद्र यादव ने कहा कि सबसे पहले हम कहेंगे हमारा सिर फोड़ो।
उल्लेखनीय है कि करनाल में महापंचायत के बीच किसानों की 11 सदस्यीय कमेटी ने जिला सचिवालय में प्रशासन से कई दौर की बातचीत की। बैठक में उपायुक्त और एसपी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद है। वहीं किसानों की ओर से गुरनाम चढूनी, राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, बलबीर राजेवाल, अजय राणा, सुखविंदर सिंह, सुरेश कोथ, रामपाल चहल, डॉक्टर दर्शन पाल, विकाश शिखर और इंद्रजीत बैठक में मौजूद रहे।
दरअसल किसानों की तीन मुख्य मांगें हैं। जिनमें मृतक किसान के परिवार को 25 लाख का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी, लाठीचार्ज में घायल किसानों को 2-2 लाख रुपए मुआवजा और आरोपी SDM समेत तमाम पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई।